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Thursday, June 19, 2025

वेदांता की नजरें अब विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक भूमिका पर

Newsवेदांता की नजरें अब विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक भूमिका पर

नयी दिल्ली, 19 जून (भाषा) खनन समूह वेदांता लि. के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कंपनी के लिए एक व्यापक बदलाव का खाका पेश किया है। इसमें उन्होंने कंपनी को वृद्धि के अगले चरण में ले जाने के लिए महत्वपूर्ण खनिजों, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में विश्व की अग्रणी इकाई के रूप में स्थापित करने की बात कही है और इसे वेदांता-2.0 नाम दिया गया है।

अग्रवाल ने समूह की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा है कि कंपनी एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। इसकी वजह अबतक का सबसे शानदार वित्तीय प्रदर्शन, लागत के मोर्चे पर अच्छी स्थिति और विभिन्न कारोबार के अलग होने की प्रक्रिया है, जो अब लगभग पूरी होने वाली है। उन्होंने समूह के रणनीतिक पुनर्गठन, एकीकरण पर ध्यान केंद्रित करने और भारत के बुनियादी ढांचे के निर्माण और ऊर्जा बदलाव में बढ़ती भूमिका के महत्व का भी जिक्र किया है।

उन्होंने कहा, “वित्त वर्ष 2024-25 वेदांता के लिए मजबूत प्रदर्शन का वर्ष रहा है। हमने 1,50,725 करोड़ रुपये का अपना अबतक का सर्वाधिक राजस्व अर्जित किया, जबकि हमारी ईबीआईटीडीए (कर पूर्व आय) 19 प्रतिशत बढ़कर 43,541 करोड़ रुपये हो गया, जिससे उद्योग में सबसे अधिक 34 प्रतिशत मार्जिन प्राप्त हुआ। यह सब चुनौतीपूर्ण माहौल में हासिल किया गया।”

उन्होंने कामकाज का जिक्र करते हुए कहा कि कंपनी ने अपने सभी कारोबारो क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन किया। “हमारा एल्युमिनियम और जिंक कारोबार वैश्विक लागत में सबसे आगे रहा। जिंक इंटरनेशनल, आयरन ओर और स्टील कारोबार में भी मजबूत सुधार हुआ, जिससे वेदांता कई क्षेत्रों में अग्रणी बनी रही।”

वेदांता ने अपनी नकदी बढ़ाने के लिए कई बड़े कदम उठाए। कंपनी ने 8,500 करोड़ रुपये के पात्र संस्थागत नियोजन और हिंदुस्तान जिंक में बिक्री पेशकश के जरिये 3,134 करोड़ रुपये जुटाए। इससे कंपनी के पास एक समय 33,000 करोड़ रुपये की नकदी थी।

अग्रवाल ने बताया, ‘‘कंपनी ने कर्ज कम करने के अपने लक्ष्य को समय से पहले हासिल कर लिया। वेदांता रिसोर्सेज लि. में इस साल करीब 70 करोड़ डॉलर का कर्ज कम किया गया। पिछले तीन साल में कुल चार अरब डॉलर का कर्ज घटाया गया, जो हमारे तय लक्ष्य से ज्यादा है।

कंपनी के भविष्य के बारे में अपने विचार साझा करते हुए अग्रवाल ने कहा, “वेदांता के लिए यह खुद को प्राकृतिक संसाधन, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी कंपनी में बदलने का सही समय है। वेदांता 2.0 की अर्थव्यवस्था के प्रत्येक सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में अग्रण्री भूमिका होगी।”

अग्रवाल ने विभिन्न कारोबार को अलग करने की प्रक्रिया का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने कारोबार को अलग-अलग इकाइयों में बांट रहे हैं, ताकि तेजी से तरक्की हो और ज्यादा शेयरधारकों के लिए ज्यादा मूल्य सृजित हो।”

भाषा

रमण अनुराग अजय

अजय

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