नयी दिल्ली, 19 जून (भाषा) इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) आयोजकों ने फुटबॉल क्लबों से कहा है कि 2025-26 चरण तब तक शुरू नहीं होगा जब तक कि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के साथ किए गए ‘मास्टर राइट्स एग्रीमेंट’ (एमआरए) की स्थिति पर स्पष्टता नहीं हो जाती जिससे देश की शीर्ष स्तरीय प्रतियोगिता अधर में लटक गई है।
‘फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड’ (एफएसडीएल) आईएसएल का संचालन करती है और वह एआईएफएफ की व्यावसायिक साझेदार है जिसके साथ राष्ट्रीय महासंघ ने 2010 में 15 साल के एमआरए पर हस्ताक्षर किए थे।
एफएसडीएल एमआरए के अंतर्गत एआईएफएफ को सालाना 50 करोड़ रुपये का भुगतान करता है और इसके बदले में एफएसडीएल को राष्ट्रीय टीम सहित भारतीय फुटबॉल के प्रसारण, प्रबंधन और वाणिज्यिक अधिकार मिलते हैं।
इसकी जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘एफएसडीएल ने आईएसएल क्लब मालिकों को मौखिक रूप से बताया है कि अगला चरण तब तक शुरू नहीं होगा जब तक एमआए पर स्पष्टता नहीं हो जाती। ’’
सूत्र ने कहा, ‘‘एमआरए दिसंबर में खत्म होगा और अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है कि इसे बढ़ाया जाएगा या फिर एक नया समझौता किया जाएगा। ’’
एआईएफएफ ने हालांकि कहा कि एफएसडीएल ने अभी तक राष्ट्रीय महासंघ को आईएसएल के भविष्य के बारे में कुछ नहीं बताया है।
एआईएफएफ के उप महासचिव एम सत्यनारायणन से जब लीग के शुरू होने के समय के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘हमें एफएसडीएल से आईएसएल के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है। ’’
पिछले दो सत्र में आईएसएल सितंबर से शुरू हुआ था।
भाषा नमिता मोना
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