लखनऊ, 19 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार ने अनियमितताओं की शिकायतों के बाद स्टाम्प एवं पंजीयन विभाग में 88 उप-पंजीयकों और 114 कनिष्ठ सहायकों के तबादलों को बृहस्पतिवार को निरस्त करके मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
स्टाम्प एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने विधान भवन में संवाददाताओं को बताया कि विभाग में उप-पंजीयकों और कनिष्ठ सहायकों के हाल में किए गए तबादलों और नियुक्तियों के संबंध में पूरे प्रदेश से बड़ी संख्या में शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
जायसवाल ने कहा, ‘मैंने इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया है। उन्होंने तत्काल संज्ञान लेते हुए सभी तबादलों को निरस्त करने और अनियमितताओं की जांच के आदेश दिए।’
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत 59 सेवारत और 29 नव-पदोन्नत उप-पंजीयकों तथा 114 कनिष्ठ सहायकों के तबादलों में अनियमितताओं की शिकायतें तत्काल उच्चतम स्तर पर उठाई गईं।
जायसवाल ने कहा, ‘मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अगले आदेश तक सभी तबादलों को स्थगित रखने का आदेश दिया है। मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है और दोषी पाए जाने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।’
भाषा सलीम नोमान
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