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Friday, June 20, 2025

हिमाचल में मंत्री ने कहा, उन्हें इस्तीफा देने की जरूरत नहीं, बेटे ने चुनाव लड़ने की धमकी दी

Newsहिमाचल में मंत्री ने कहा, उन्हें इस्तीफा देने की जरूरत नहीं, बेटे ने चुनाव लड़ने की धमकी दी

शिमला, 19 जून (भाषा) हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि उनके निर्वाचन क्षेत्र में स्थानांतरण और समायोजन से जुड़े मुद्दों का समाधान हो चुका है। उनके बयान के कुछ घंटों बाद ही उनके बेटे ने फिर से फेसबुक पर धमकी दी कि अगर ‘‘भाजपा के लोगों’’ के तबादले रद्द नहीं किए गए तो वह मंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।

इससे पहले मंत्री के पुत्र नीरज भारती ने बुधवार को ‘फेसबुक’ पर लिखा था कि उनके पिता अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।

चंद्र कुमार ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘नीरज को निर्वाचन क्षेत्र में स्थानांतरण और समायोजन को लेकर कुछ समस्याएं थीं, लेकिन अब यह मामला सुलझ गया है। वह युवा हैं और कभी-कभी गुस्से में बोल जाते हैं, लेकिन मामला सुलझ गया है।’’

मंत्री ने कहा कि सभी विभागों, खासकर शिक्षा में स्थानांतरण ‘‘भानुमती का पिटारा’’ है और कभी-कभी अपात्र लोग स्थानांतरण में शामिल हो जाते हैं, जिससे निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ-साथ सरकार की छवि भी खराब होती है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्थानांतरण में शामिल नहीं होता, क्योंकि यह समय की बर्बादी है। हमारे कुछ कार्यकर्ताओं ने स्थानांतरण को पेशा बना लिया है। यह परंपरा बन गई है कि जब छोटे कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री से मिलते हैं, तो वे तबादले की मांग करते हैं और कई बार मुख्यमंत्री उन्हें हतोत्साहित भी करते हैं।’’

कुछ घंटे बाद ही फेसबुक पर एक अन्य पोस्ट में मंत्री के पुत्र ने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश में तबादला भी राजनीति का हिस्सा है। जब आप विपक्ष में होते हैं और आपकी पार्टी से जुड़े कर्मचारियों का दूरदराज तबादला कर दिया जाता है, तब उनको यही कहते हैं कि जब सरकार आएगी तब आपको एडजस्ट करेंगे। लेकिन जब सरकार आ जाती है तो अपनी जान बचाने के लिए आप जैसे कांग्रेस नेता ऐसे ही बयान देते हैं कि हम तबादलों के लिए विधायक या मंत्री नहीं बने हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे और हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पता है कि हमने भाजपा का राज कैसे झेला है। उन भाजपाइयों के तबादले हो रहे हैं, लेकिन अभी तक उनके नहीं हुए हैं जिन्होंने आपका चुनाव में साथ दिया था। कुर्सी की मजबूरी आपकी होगी, मेरी नहीं है।’’

उन्होंने अपने पिता को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मुझे उम्मीद नहीं थी कि इस तरह का इंटरव्यू देकर आप मुझे ही नीचा दिखाएंगे। यह लड़ाई सोशल मीडिया में मैं खुलेआम इसलिए लड़ रहा हूं क्योंकि यह कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं की लड़ाई है।’’

भाषा अविनाश माधव

माधव

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