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Friday, June 20, 2025

कांग्रेस ‘एक देश एक चुनाव’ विधेयक के विरोध में, संसदीय समिति को अपनी राय दी: मुख्यमंत्री सुक्खू

Newsकांग्रेस ‘एक देश एक चुनाव’ विधेयक के विरोध में, संसदीय समिति को अपनी राय दी: मुख्यमंत्री सुक्खू

शिमला, 19 जून (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस ‘एक देश एक चुनाव’ विधेयक का विरोध करती है लेकिन उसने देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने को मजबूत करने के लिए इस पर विचार कर रही संयुक्त संसदीय समिति को कुछ सुझाव दिए हैं।

‘एक देश एक चुनाव’ के प्रस्ताव के बारे में संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 और केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक, 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के साथ बैठक की।

सुक्खू ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “कांग्रेस पार्टी विधेयक का विरोध करती है लेकिन फिर भी हमने देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने को मजबूत करने के लिए समिति को कुछ सुझाव दिए हैं।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने सुझाव दिया है कि लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए एक वर्ष में चुनाव कराने का प्रावधान किया जाना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर चिंताएं हैं कि अगर सरकार बीच में गिर जाती है या जब कोई विधायक इस्तीफा देता है तो कार्यकाल कैसे पूरा होगा।

मुख्यमंत्री ने समिति का स्वागत किया और इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष पीपी चौधरी व अन्य सदस्यों को पारंपरिक हिमाचली टोपी व शॉल देकर सम्मानित किया।

हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर भी समिति के सदस्य के रूप में बैठक में शामिल हुए।

चौधरी ने कहा कि ‘एक देश एक चुनाव’ केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि राष्ट्रीय मुद्दा है।

चौधरी ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों सहित जिन भी प्रदेशों का उन्होंने दौरा किया, वहां नागरिक समाज, विद्वानों और पद्म पुरस्कार विजेताओं ने ‘एक देश एक चुनाव’ को भारी समर्थन दिया है।

उन्होंने कहा कि अलग-अलग चुनाव का मतलब है अलग-अलग मतदाता सूचियां, कई लोगों की तैनाती, मतदान के लिए स्कूल बंद होना और बार-बार चुनाव खर्च।

पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ‘एक देश एक चुनाव’ हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि एक साथ चुनाव कराने से समय और पैसा बचता है तथा व्यवधान कम होता है।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि भले ही ‘एक देश एक चुनाव’ समय की मांग हो लेकिन संविधान के मूल ढांचे में बदलाव नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि संविधान में पहले से ही संसद और राज्य विधानसभाओं के लिए पांच वर्ष का कार्यकाल है लेकिन मध्यावधि चुनाव व शासन में व्यवधान ने उस ढांचे को बाधित कर दिया है।

हिमाचल विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, “एक देश एक चुनाव’ विधेयक एक साहसिक कदम है। राजनीतिक दलों की राय अलग-अलग हो सकती है लेकिन जनता की भावना इस विधेयक के पक्ष में स्पष्ट है और हमारी पार्टी इस विधेयक का पूरा समर्थन करती है।”

भाषा जितेंद्र अविनाश

अविनाश

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