मुंबई, 19 जून (भाषा) नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एअर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद की जांच और भू-राजनीतिक तनाव के बीच कुछ हवाई क्षेत्रों को बंद करने जैसे कई कारकों के चलते हाल ही में उड़ानों के समय में किये गए बदलावों के मद्देनजर बृहस्पतिवार को सुरक्षा उपायों, यात्री सेवाओं और एयरलाइन के प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा की। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि वह 12 जून को हुए हादसे की चल रही जांच के संबंध में पूर्ण पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध है तथा यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के उच्चतम मानकों के व्यापक हित में सभी अनिवार्य प्रोटोकॉल और मानदंडों का पालन किया जाएगा।
यह बैठक, लंदन जा रही एअर इंडिया की उड़ान एआई171 के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होने की पृष्ठभूमि में हुई। विमान में सवार एक व्यक्ति को छोड़कर अन्य सभी की मौत हो गई, जबकि दुर्घटनास्थल पर मौजूद 29 लोगों की भी जान चली गई।
यह विमान अहमदाबाद हवाई अड्डा से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद शहर के मेघाणी नगर क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि सभी हवाई अड्डा निदेशकों के साथ जमीनी स्तर की तैयारियों और यात्री सहायता तंत्र की समीक्षा के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यात्रियों की समस्याओं का तेजी से समाधान सुनिश्चित करने के लिए एयरलाइनों के साथ निकट संपर्क पर जोर दिया गया।
नायडू ने एअर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक भी की।
विस्तृत समीक्षा बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि टर्मिनल पर भोजन, पेयजल और बैठने की पर्याप्त सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए, विशेष रूप से उड़ान में देरी या भीड़भाड़ के दौरान और यात्रियों की शिकायतों का सक्रिय रूप से निपटारा करने के लिए प्रमुख स्थानों पर पर्याप्त कर्मियों को तैनात किया जाना चाहिए।
निर्देश में कहा गया है कि हवाई अड्डा निदेशकों से परिचालन संबंधी व्यवधानों का सामना कर रही एयरलाइनों को गेट पुनःनिर्धारण सहित हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया गया है।
साथ ही, हवाई अड्डा का वातावरण सुरक्षित बनाए रखने के लिए उन्हें पक्षियों और आवारा पशुओं को रोकने सहित वन्यजीव जोखिम प्रबंधन को सुदृढ़ करने का निर्देश भी दिया गया है।
बैठक के दौरान, यह बात सामने आई कि पश्चिम एशिया में उभरती स्थिति, बढ़ी हुई सुरक्षा जांच और यूरोप में रात में उड़ान भरने पर प्रतिबंध के कारण, एअर इंडिया को विमानों की उपलब्धता में कमी का सामना करना पड़ रहा है।
इसके परिणामस्वरूप, एअर इंडिया अस्थायी रूप से परिचालन में कटौती करेगी, उड़ानों को पुनर्निर्धारित करेगी और बदलावों के बारे में यात्रियों को जानकारी देगी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रभावित यात्रियों की पुनः बुकिंग की जाएगी या उन्हें पूरा पैसा वापस किया जाएगा, जबकि एअर इंडिया से आग्रह किया गया है कि वह हवाई अड्डों पर जमीनी स्तर पर समन्वय को मजबूत करे, उड़ान रद्द होने/विलंब के संबंध में यात्रियों के साथ संवाद को बेहतर करे तथा यह सुनिश्चित करे कि ग्राहक सेवा दल संवेदनशील हों और यात्रियों की बढ़ती चिंताओं का निवारण सहानुभूति और स्पष्टता के साथ करने में दक्ष हों।
सरकार ने यह भी कहा कि वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) ने एअर इंडिया विमान दुर्घटना की औपचारिक जांच शुरू कर दी है।
विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि 18 और 19 जून को स्पाइस जेट, इंडिगो और अकासा के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ भी बैठकें हुईं, जिस दौरान मंत्री ने बेड़े के प्रदर्शन, सुरक्षा निरीक्षण, यात्रियों के अनुभव और सुविधा तथा एयरलाइन संचार रणनीति की समीक्षा की।
भाषा
सुभाष माधव
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