बेंगलुरु, 19 जून (भाषा) कांग्रेस द्वारा नियुक्त तथ्यान्वेषण समिति ने तटीय कर्नाटक में सांप्रदायिक माहौल में सुधार के लिए सामाजिक-सांस्कृतिक हस्तक्षेप सहित एक समग्र और बहुआयामी दृष्टिकोण की सिफारिश की है।
राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन की अध्यक्षता वाली समिति ने बृहस्पतिवार को उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) द्वारा गठित इस समिति में मंजूनाथ भंडारी, वी आर सुदर्शन, के. रत्नाकर, जयप्रकाश हेगड़े, एन ए हैरिस और रोजी एम जॉन शामिल हैं।
समिति ने दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों में पिछले दो दशकों के घटनाक्रम की जांच की है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए हुसैन ने कहा, ‘‘हमने उपमुख्यमंत्री एवं केपीसीसी अध्यक्ष डी के शिवकुमार को एक गोपनीय रिपोर्ट सौंपी है। वह इसे मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, गृह मंत्री जी. परमेश्वर और कानून मंत्री एच.के. पाटिल के समक्ष रखेंगे।’’
उन्होंने स्पष्ट किया कि समिति का काम किसी खास घटना की जांच करना नहीं था, बल्कि क्षेत्र में समग्र सांप्रदायिक माहौल का अध्ययन करना था।
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘एक तरह का दूषित माहौल व्याप्त है। इसलिए हम स्थिति का समग्र रूप से आकलन करने के लिए वहां गए थे।’’
उन्होंने कहा कि समिति ने कुछ महत्वपूर्ण सिफारिशें भी की हैं।
भाषा शफीक नेत्रपाल
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