उना (हिमाचल प्रदेश), 20 जून (भाषा) अनुसंधान, नवाचार और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी)-उना और कानपुर के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक, यह समझौता ज्ञापन दोनों संस्थाओं की साझा सोच को दर्शाता है, जिसके तहत वे पारस्परिक लाभ के लिए विभिन्न तरीकों से मिलकर काम करेंगे।
आईआईआईटी-उना के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस समझौते के तहत दोनों संस्थानों के शिक्षक और छात्र, संयुक्त शोध परियोजनाओं में उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में एकसाथ मिलकर शोध करेंगे।
इस समझौते का उद्देश्य स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने के लिए इनक्यूबेशन गतिविधियों, स्टार्टअप को मार्गदर्शन, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना है।
इसके अतिरिक्त, विद्यार्थियों के तकनीकी कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के लिए संयुक्त प्रशिक्षण सत्र, प्रतियोगिताएं, संकाय विकास कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
एक बयान में कहा गया कि शैक्षणिक सहयोग में अतिथि व्याख्यान, संयुक्त सेमिनार, पाठ्यक्रम विकास और शैक्षणिक संसाधनों का आदान-प्रदान शामिल होगा।
बुनियादी ढांचे के विकास के हिस्से के रूप में दोनों संस्थान उन्नत अनुसंधान प्रयोगशालाओं और नवाचार केंद्रों की स्थापना करेंगे तथा उन्हें साझा करेंगे। इसके परिणामस्वरूप, दोनों संस्थान में एक-दूसरे की अनुसंधान सुविधाओं, तकनीकी उपकरणों और शैक्षणिक संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
आईआईआईटी-उना के निदेशक प्रोफेसर मनीष गौड़ ने कहा कि यह समझौता उनके शैक्षणिक और अनुसंधान लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भाषा रवि कांत सुरेश
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