जालना, 20 जून (भाषा) महाराष्ट्र के जालना जिले में प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे की राशि में 34.97 करोड़ रुपये के घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए 11 और अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी श्रीकृष्ण पांचाल ने बृहस्पतिवार शाम 11 सरकारी कर्मचारियों के निलंबन के आदेश जारी किए, जिससे अब तक निलंबित कर्मचारियों की कुल संख्या 21 हो गई है।
नवीनतम कार्रवाई में जिन कर्मचारियों को निलंबित किया गया है, उनमें सात ग्रामीण राजस्व अधिकारी (तलाठी) और जालना तहसील कार्यालय में तैनात चार वरिष्ठ लिपिक शामिल हैं।
इससे पहले 13 जून को घोटाले के संबंध में 10 तलाठियों को निलंबित किया गया था।
संबंधित घटनाक्रम में, अधिकारी ने बताया कि घोटाले में संलिप्तता के संदेह में 35 अतिरिक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू की गई है।
जिला प्रशासन के अनुसार, यह घोटाला किसानों को प्रतिकूल मौसम की घटनाओं के कारण दिए जाने वाले मुआवजे की राशि में हुआ, जिसमें कुल 34.97 करोड़ रुपये का गबन किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि यह राशि स्थानीय सरकारी कर्मचारियों के एक नेटवर्क द्वारा कथित तौर पर हड़पी गई, जिसमें तलाठी, ग्रामसेवक और कृषि सहायक शामिल थे।
जिला कलेक्टर ने 13 जून को प्रारंभिक जांच के बाद 10 तलाठियों को निलंबित किया था, जिनमें से कुछ पर अकेले एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि गबन करने का आरोप है।
यह घोटाला तब सामने आया जब अम्बड और घनसावंगी तहसीलों में वर्ष 2022 से 2024 के बीच 26 अधिकारियों द्वारा 34.97 करोड़ रुपये की अनियमितता की बात प्रारंभिक ऑडिट में सामने आई।
भाषा राखी मनीषा
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