(तस्वीरों के साथ)
सिवान, 20 जून (भाषा)प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बाबा साहब भीम राव आंबेडकर का कथित रूप से अपमान करने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की आलोचना की और कहा कि बिहार के लोग दलितों के इस आदर्श का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस साल के पांचवें और एक महीने में दूसरे दौरे के तहत सिवान पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के विश्व की ‘तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था’ के रूप में उभरने में बिहार की भावी ‘बड़ी भूमिका’ की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने 5,900 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की शुरुआत करने और वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद अपने लगभग 45 मिनट के संबोधन में आगामी विधानसभा चुनावों में राजद नीत विपक्ष द्वारा ‘बिहार के आर्थिक संसाधनों पर फिर से कब्जा करने के प्रयासों’ के प्रति लोगों को आगाह किया।
मोदी ने कहा, ‘‘ आंबेडकर वंशवाद के खिलाफ थे, लेकिन उन्हें (राजद और उसके सहयोगियों को) यह पसंद नहीं है। इसलिए उन्होंने अपने पैरों के पास उनकी तस्वीर रख ली है। रास्ते में मैंने बाबासाहेब के अपमान के लिए माफी मांगने वाले पोस्टर देखे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन कोई माफी नहीं मांगी गई। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे दलितों का तिरस्कार करते हैं। इसके विपरीत, मोदी बाबासाहेब को अपने दिल में रखता है और उनकी तस्वीर को अपने सीने से लगाकर रखना चाहता है।’’
मोदी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद का नाम लिए बगैर कहा कि 70 वर्षीय बीमार व्यक्ति के पैरों के पास आंबेडकर का चित्र रखा गया था, जिसका विरोध भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इसका कारण यह है कि राजद-कांग्रेस के लोगों में वंचित जातियों, दलितों, ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) और ईबीसी (अति पिछड़ा वर्ग) के लोगों के प्रति कोई सम्मान नहीं है। वे खुद को बाबासाहेब आंबेडकर से ऊपर समझते हैं। लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि बाबासाहेब आंबेडकर के प्रति अनादर को बिहार की जनता माफ नहीं करेगी।’’
मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया भारत की प्रगति से ‘बहुत प्रभावित’ है। उन्होंने देश के ‘‘दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था’’ के रूप में उभरने में बिहार की ‘‘बड़ी भूमिका’’ को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आप सभी जानते हैं कि मैं कल ही विदेश से लौटा हूं। अपनी यात्रा के दौरान मैंने विकसित देशों के कई नेताओं से मुलाकात की। वे सभी भारत की प्रगति दर से बहुत प्रभावित हुए। वे देख रहे हैं कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन रहा है। इसमें बिहार निश्चित रूप से बड़ी भूमिका निभाएगा।’’
उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में केंद्र की राजग सरकार ने गरीबों के रास्ते में आने वाली हर बाधा को दूर करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम ऐसे प्रयास जारी रखेंगे। कड़ी मेहनत के अच्छे परिणाम सामने आए हैं।’’
उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में रिकॉर्ड 25 करोड़ भारतीयों को गरीबी रेखा से ऊपर लाया गया है और भारत की इस उपलब्धि की विश्व बैंक जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं ने भी सराहना की है।
मोदी ने कहा, ‘‘इस राष्ट्रीय उपलब्धि में बिहार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’ उन्होंने कहा कि एक ‘समृद्ध’ बिहार देश की समृद्धि में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री ने विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मेरा आत्मविश्वास आप लोगों की दृढ़ता से उपजा है, जिन्होंने कई साल पहले ‘जंगल राज’ को खत्म कर दिया था। लेकिन सावधान रहें,‘जंगल राज’ के लिए जिम्मेदार लोग एक बार फिर तबाही मचाने के लिए एक और अवसर की तलाश में हैं, जैसा उन्होंने पहले किया था।’’
मोदी ने विधानसभा चुनावों के दौरान राजद-कांग्रेस गठबंधन द्वारा किए गए कई लोकलुभावन वादों का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘वे राज्य के आर्थिक संसाधनों पर फिर से कब्जा करने के लिए विभिन्न चालें चल रहे हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा पीढ़ी ने शायद इतना ही सुना होगा कि ‘जंगल राज’ के लिए जिम्मेदार लोगों ने राज्य को किस हालत में छोड़ा था।
उन्होंने कहा, ‘‘सदियों से बिहार ने देश की प्रगति का नेतृत्व किया है; लेकिन लालटेन और पंजे (क्रमशः राजद और कांग्रेस के चुनाव चिह्न) की पकड़ ने राज्य को जबरन पलायन का पर्याय बना दिया था।’’
मोदी ने कहा, ‘‘मेरे बिहारी भाई-बहन अपने आत्मसम्मान से समझौता किए बिना सबसे कठिन परिस्थितियों में भी आगे बढ़ने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन कांग्रेस-राजद शासन ने उनकी अपनी क्षमताओं पर गर्व की भावना को चकनाचूर कर दिया।’’
उन्होंने दावा किया कि राजग ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से काम कर रहा है जबकि इसके उलट विपक्ष ‘परिवार के साथ, परिवार का विकास’ के लिए खड़ा है, जो बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा हमें दिए गए संविधान की भावना के खिलाफ है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यही कारण है कि कांग्रेस-राजद के लोग बाबासाहेब आंबेडकर की तस्वीर अपने पैरों के पास रखते हैं। इसके विपरीत, मोदी बाबासाहेब आंबेडकर को अपने दिल में रखता है।’’
मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत स्थानीय बोली भोजपुरी में लोगों का अभिवादन करके की।
उन्होंने सिवान के मूल निवासी और देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद और पड़ोसी जिले सारण (छपरा) के मूल निवासी और प्रसिद्ध समाजवादी नेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस समारोह में प्रधानमंत्री ने 5,900 करोड़ रुपये से अधिक लागत की परियोजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने राज्य की राजधानी पटना के स्टेशन पाटलिपुत्र से और पड़ोसी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बीच ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ की शुरुआत हरी झंडी दिखाकर की।
भाषा धीरज नरेश
नरेश