अमरावती, 20 जून (भाषा) आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) प्रमुख वाई एस शर्मिला ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल किया कि आंध्र प्रदेश विभाजन के दौरान किये गए वादों का क्या हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आज विशाखापत्तनम पहुंचने वाले है।
शर्मिला ने कहा कि आंध्र प्रदेश के लोग राज्य को विशेष दर्जा देने जैसे विभिन्न वादों के पूरे नहीं होने से व्यथित हैं।
शर्मिला ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मोदी विशाखापत्तनम आते-जाते रहते हैं, लेकिन (अविभाजित आंध्र प्रदेश) विभाजन से जुड़े वादों का क्या हुआ? 10 साल हो चुके हैं…।’’
मोदी पर राज्य को धोखा देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विशेष दर्जा के मुद्दे पर जवाब भी नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि हालांकि ‘मोदी धोखा दे रहे हैं’, लेकिन तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और जनसेना प्रमुख पवन कल्याण उनका समर्थन कर रहे हैं।
शर्मिला के अनुसार, मोदी ने बांध की ऊंचाई 45 मीटर से घटाकर 41 मीटर कर पोलावरम परियोजना की ऊंचाई के संबंध में भी राज्य को ‘‘धोखा’’ दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र (वीएसपी) के मुद्दे पर भी राज्य को धोखा दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह वादा किया गया था कि संयंत्र का निजीकरण नहीं किया जाएगा, लेकिन इसे ‘बेचा’ जा रहा है।
वीएसपी पर रुख में कोई बदलाव नहीं होने का दावा करते हुए शर्मिला ने आरोप लगाया कि 4,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया।
इसके अलावा, उन्होंने ‘कर्ज’ लेकर राजधानी बनाने की आवश्यकता पर सवाल उठाया और नयी राजधानी अमरावती का जिक्र करते हुए कहा कि नायडू और कल्याण, मोदी का समर्थन कर रहे हैं, भले ही वह ‘पीठ में छुरा घोंप’ रहे हों।
इसके अलावा, उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो वाई एस जगनमोहन रेड्डी पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया कि रेड्डी को मोदी का समर्थन प्राप्त है, यही वजह है कि उनके सभी कार्यों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
भाषा सुभाष अविनाश
अविनाश