मुंबई, 20 जून (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे मजबूत होकर 86.55 पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी निवेश, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और डॉलर के कमजोर होने से रुपये में मजबूती आई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों के मजबूत प्रदर्शन ने भी रुपये को समर्थन दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.65 पर खुला और 86.55-86.67 के सीमित दायरे में कारोबार करता रहा। रुपया कारोबार के अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 18 पैसे की बढ़त के साथ 86.55 पर बंद हुआ।
बृहस्पतिवार को रुपया 30 पैसे टूटकर दो महीने के निचले स्तर 86.73 पर बंद हुआ था।
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के मनीष शर्मा ने कहा, ”आज (शुक्रवार) रुपये में तेजी आई, लेकिन इस महीने अब तक इसमें एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई है। अधिकांश गिरावट पिछले शुक्रवार को इजराइल के ईरान में हमला करने के बाद आई। हमलों ने वैश्विक तेल आपूर्ति में व्यवधान को लेकर चिंताएं पैदा कीं, जिससे वायदा बाजार में ब्रेंट क्रूड तेल पांच महीने के उच्चतम स्तर 79 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।”
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने रुपये में आई तेजी का श्रेय घरेलू शेयर बाजारों में आई मजबूती और डॉलर में आई नरमी को दिया।
परमार ने कहा कि इसके अलावा, आयातित वस्तुओं की कम कीमतों ने स्थानीय रुपये को अतिरिक्त मजबूती दी।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर का स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.60 पर था।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 1,046.30 अंक की तेजी के साथ 82,408.17 अंक और निफ्टी 319.15 अंक बढ़कर 25,112.40 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.36 प्रतिशत टूटकर 76.99 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध आधार पर 7,940.70 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश रमण
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