नैरोबी, 20 जून (भाषा) केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री रैला ओडिंगा ने कहा है कि जोमो केन्याटा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (जेकेआईए) के विस्तार और प्रबंधन के लिए अदाणी के साथ सौदा विफल होने पर वे निराश थे। शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
समाचार पत्र ‘द स्टार’ ने बताया कि नैरोबी के करेन में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन ओडिंगा ने कहा कि इस सौदे का राजनीतिकरण किया गया, जिसके परिणामस्वरूप इसे रद्द कर दिया गया।
समाचार पत्र ने उनके हवाले से कहा, “मुझे बहुत निराशा हुई जब हम हवाई अड्डे के अनुबंध को आगे नहीं बढ़ा पाए, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था।”
ऑरेंज डेमोक्रेटिक मूवमेंट (ओडीएम) के नेता ने कहा कि यदि यह समझौता आगे बढ़ जाता तो नैरोबी एक क्षेत्रीय आर्थिक केंद्र बन जाता।
उन्होंने कहा कि जेकेआईए के लिए पहला विस्तार अनुबंध उनके प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान दिया गया था, लेकिन बाद में महागठबंधन सरकार के सत्ता से चले जाने के बाद इसे रद्द कर दिया गया था।
ओडिंगा ने कहा, “हमने 2012 में मवाई किबाकी के साथ सरकार छोड़ने से पहले नए हवाई अड्डे का ठेका दिया था। उस ठेके को रद्द कर दिया गया, फिर उसी ठेकेदार को दिया गया लेकिन फिर असहमति के कारण इसे फिर से रद्द कर दिया गया। जब हम अदाणी के पास गए, तो उन्होंने (राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने) राजनीति ला दी और ठेका रद्द कर दिया गया।”
उन्होंने कहा, “अगर ऐसा नहीं किया गया तो नैरोबी निष्क्रिय हो जाएगा। अदिस अबाबा को ही देख लीजिए, वे वहां जाकर एक नया बड़ा हवाई अड्डा बना रहे हैं और यह आसपास का केंद्र बनने जा रहा है।”
करीब दो अरब डॉलर के प्रस्तावित एयरपोर्ट सौदे के तहत, समूह को जेकेआईए में दूसरी हवाई पट्टी जोड़नी थी और यात्री टर्मिनल को उन्नत करना था। साथ ही इसे 30 साल के पट्टे पर संचालित करना था।
ओडिंगा ने कहा कि यदि हवाई अड्डे का निर्माण पूरा हो गया तो इसमें अफ्रीका की शीर्ष एयरलाइन बनने की क्षमता है।
भाषा अनुराग रमण
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