मुंबई, 20 जून (भाषा) बाजार नियामक सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि देश के सबसे बड़े शेयर अध्यक्ष एनएसई के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए कोई बाधा नहीं रहेगी।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के प्रमुख ने बहुप्रतीक्षित आईपीओ के दिवाली से पहले आने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कोई समयसीमा साझा करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने यहां ‘एफई सीएफओ अवॉर्ड्स’ समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘एनएसई के आईपीओ के मामले में कोई भी बाधा नहीं रहेगी।’
पांडेय ने दोहराया कि सेबी शेयर बाजारों द्वारा समाशोधन निगम का स्वामित्व रखने से सहमत है और यह स्वामित्व एनएसई के आईपीओ की दौड़ में कोई ‘बाधा नहीं है।’
उन्होंने बताया कि समाशोधन निगम के स्वामित्व के मामले में हर देश के अपने मॉडल होते हैं। अमेरिका में ब्रोकर इसके मालिक हैं जबकि भारत में वे अलग-अलग इकाई के रूप में काम करते हैं।
मार्च में सेबी प्रमुख का पदभार संभालने वाले पांडेय ने कहा कि एनएसई कुछ कानूनी प्रक्रियाओं को निपटाने की प्रक्रिया में है, जिसमें कुछ राशि का भुगतान करना और कुछ मामलों को वापस लेना शामिल है।
हालांकि, उन्होंने निपटान की सटीक प्रकृति और किए जाने वाले भुगतानों के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी।
उन्होंने कहा कि सेबी अभी सौदे के दिन ही उसका निपटान करने की अवधि को आगे नहीं बढ़ा रहा है, क्योंकि इसमें खासकर विदेशी निवेशकों से जुड़ी जटिलताएं शामिल हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि यह एक वैकल्पिक सुविधा बनी रहेगी।
पांडेय ने कहा, ‘हमें अगले पांच वर्षों के भीतर पूंजी बाजार में घरेलू निवेशकों की कुल संख्या को मौजूदा 13 करोड़ से बढ़ाकर 40 करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य रखना चाहिए।’
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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