नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री अमित शाह की अंग्रेजी भाषा के खिलाफ हालिया कथित टिप्पणियों के संदर्भ में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि हम सभी हिन्दी के पक्षधर हैं लेकिन अंग्रेजी एक अंतरराष्ट्रीय भाषा है, जो सभी के लिए दुनिया के नए रास्ते खोलती है।
गहलोत ने ‘एक्स’ पर कहा, “कांग्रेस, राहुल गांधी और हम सब हिन्दी के पक्षधर हैं लेकिन अंग्रेजी एक अंतरराष्ट्रीय भाषा है, जो सभी के लिए दुनिया के नए रास्ते खोलती है।”
उन्होंने कहा, “गृहमंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)- राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के तमाम लोग अंग्रेजी के खिलाफ रहते हैं हालांकि देश की जनता जानती है कि अधिकांश केन्द्रीय मंत्रियों के बच्चे विदेशों में अंग्रेजी शिक्षा ले रहे हैं और यहां वो जनता को भ्रमित करते हैं।”
गहलोत ने कहा, “बचपन में हम लोग भी अंग्रेजी का विरोध करते थे लेकिन अंग्रेजी समय की आवश्यकता हो गई इसलिए हमने खुद के दृष्टिकोण में बदलाव किया। आज कंप्यूटर, इंटरनेट, कृत्रिम मेधा (एआई) के दौर में अंग्रेजी के माध्यम से युवा पीढ़ी जीवन में पूरी तरह कामयाब हो सकती है।”
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कथित तौर पर कहा था कि जल्द ही भारत में अंग्रेजी बोलने वालों को शर्म महसूस होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने यह भी कहा कि राजस्थान में पिछली कांग्रेस सरकार ने गरीबों और मध्यम वर्ग एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अंग्रेजी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए करीब 3700 महात्मा गांधी अंग्रेज़ी माध्यम विद्यालयों की स्थापना की थी और इस फैसले से करीब 6.50 लाख विद्यार्थियों को अंग्रेजी शिक्षा मिलनी शुरू हुई।
कांग्रेस नेता के अनुसार, “राज्य में आई भाजपा सरकार ने इन अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों को बन्द करने का प्रयास किया लेकिन जनता में इनकी लोकप्रियता के कारण ऐसा कदम नहीं उठा सकी।”
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