रायपुर, 20 जून (भाषा) छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) के एक दल ने बस्तर और मुंगेली जिले में रिश्वत लेते दो अधिकारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि एसीबी के दल ने बस्तर जिले में लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को दो लाख रुपये रिश्वत लेते हुए और मुंगेली जिले में बिजली विभाग के कनिष्ठ अभियंता को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता रमेश कुमार यादव ने जगदलपुर स्थित एसीबी में शिकायत दर्ज कराई और बताया कि वह लोक निर्माण विभाग में पंजीकृत ठेकेदार है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसने जगदलपुर संभाग में लोक निर्माण विभाग (विद्युत/यांत्रिकी) में निविदा कार्यों के माध्यम से विद्युतीकरण कार्यों को पूर्ण किया, जिसकी एवज में उसे कुल राशि का 25 प्रतिशत भुगतान प्राप्त हुआ और 75 प्रतिशत राशि का भुगतान शेष रह गया।
यादव ने शिकायत में आरोप लगाया कि शेष 75 प्रतिशत राशि के भुगतान की एवज में लोक निर्माण विभाग (विद्युत/यांत्रिकी) के कार्यपालन अभियंता अजय कुमार टेम्बुरने द्वारा दो लाख रुपये रिश्वत की मांग की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को टेम्बुरने को यादव से दो लाख रुपये रिश्वत लेते समय एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि टेम्बुरने के भिलाई और रायपुर स्थित निवास पर छापेमारी की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में शुक्रवार को ही एसीबी के दल ने मुंगेली जिले में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) के कनिष्ठ अभियंता कृष्ण कुमार गुप्ता को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारियों ने बताया कि शिकायतकर्ता आनंद कुमार साहू ने बिलासपुर स्थित एसीबी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने बताया कि साहू ने घर में बिजली कनेक्शन लगाने के लिए लोरमी स्थित विद्युत विभाग में आवेदन किया था और विभाग में तैनात कनिष्ठ अभियंता कृष्ण कुमार गुप्ता उसके घर आए और अवैध रूप से बिजली प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए बिजली के तार काटने की धमकी देने लगे।
अधिकारियों ने बताया कि गुप्ता ने साहू को कार्रवाई से बचने के लिए 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी हालांकि बाद में 15 हजार पर सहमति बन गयी।
उन्होंने बताया कि शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी के दल ने शुक्रवार को गुप्ता 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है।
भाषा संजीव जितेंद्र
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