इंफाल, 21 जून (भाषा) मेइती संगठन सीओसीओएमआई ने शनिवार को इंफाल घाटी के आसपास के इलाकों में ‘किसान सुरक्षा क्षेत्र’ बनाने की मांग की।
बिष्णुपुर जिले में बंदूक से हुए हमले में एक किसान के घायल होने के दो दिन बाद यह मांग की गई है।
‘कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटेग्रिटी’ (सीओसीओएमआई) ने घाटी के बाहरी इलाकों में किसी भी सशस्त्र घुसपैठिए, खासकर असॉल्ट राइफल या घातक आग्नेयास्त्र रखने वालों से निपटने के लिए देखते ही गोली मारने के आदेश की भी मांग की।
बंदूक से हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए सीओसीओएमआई ने एक बयान में कहा, ‘‘निंगथौजम बीरेन सिंह को एसएसबी सुरक्षा लाइन से बमुश्किल 30 मीटर की दूरी पर बिल्कुल नजदीक से गोली मारी गई। यह भयावह हमला बीएसएफ, सेना और एसएसबी के कर्मियों की मौजूगी में हुआ, जिससे घाटी में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और विश्वसनीयता के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं।’’
बयान में कहा गया, ‘‘सीओसीओएमआई टीम ने बिष्णुपुर के पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक की, जिसके बाद पुलिस मुख्यालय में एडीजीपी एल. कैलुन और आईजीपी के. कबीब समेत वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रणनीतिक सुरक्षा वार्ता हुई।’’
सीओसीओएमआई ने कहा कि वह स्थानीय किसान समूहों और पीड़ित परिवार के साथ पूरी एकजुटता से खड़ा है तथा ‘किसान सुरक्षा क्षेत्र’ बनाने की मांग करता है।
भाषा जोहेब शफीक
शफीक