नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) दिल्ली सरकार जल्द ही अपने अस्पतालों में 30 से अधिक डायलिसिस मशीनें लगायेगी, एमआरआई, सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड सेवाओं को सार्वजनिक निजी साझेदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत ‘आउटसोर्स’ करेगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए विश्रामगृह भी बनायेगी।
अठारह जून को स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की बैठक के दौरान इन विषयों की समीक्षा की गई, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना था।
एजेंडे के अनुसार, सरकार स्वास्थ्य सेवा संस्थानों में कर्मियों की संख्या बढ़ाने तथा नयी स्वास्थ्य परिषदों और समितियों का गठन करने के लिए भी काम कर रही है, जिसके लिए समयसीमा निर्धारित की गई है।
सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम – सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीएमएनडीपी-पीपीपी) मॉडल के तहत 16 अस्पतालों में 150 डायलिसिस मशीनें पहले ही लगायी जा चुकी हैं और जल्द ही 32 से 40 अतिरिक्त मशीनें लगायी जाएंगी।
अधिकारियों ने आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की स्थिति, प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (पीएम-एबीएचआईएम) के तहत महत्वपूर्ण देखभाल प्रखंड, जन औषधि केंद्रों की शुरुआत और केंद्रीकृत खरीद प्रणाली की समीक्षा की।
बैठक में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) और आंतरिक रोगी विभाग (आईपीडी) पंजीकरण सेवाओं की ‘आउटसोर्सिंग’, अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में कर्मियों की कमी, अस्पताल सूचना प्रबंधन प्रणाली और आवश्यक दवाओं की खरीद पर भी चर्चा हुई।
भाषा राजकुमार शफीक
शफीक