जबलपुर, 21 जून (भाषा) मध्यप्रदेश के जबलपुर में जाली भारतीय मुद्रा बनाने वाले एक गिरोह का शनिवार को भंडाफोड़ करके सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
नगर पुलिस अधीक्षक (गोहलपुर) सुनील नेमा ने संवाददाताओं को बताया कि अधारताल इलाके में एक मकान पर छापेमारी के बाद 18 लाख रुपये मूल्य के जाली नोट बरामद किए गए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह गिरोह पूरे राज्य में मुनाफे के लिए 500 रुपये के जाली नोट का आदान-प्रदान कर रहा था। नरसिंहपुर जिले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता ऋतुराज विश्वकर्मा ने पिछले एक महीने से अधारताल में किराये के मकान में जाली नोट छापने की बात कबूल की है।’
उन्होंने कहा, ‘विश्वकर्मा ये नोट अन्य आरोपियों को देता था, जो उन्हें पूरे राज्य में फैलाते थे और एक असली नोट के बदले चार नोट देते थे। इस रैकेट का भंडाफोड़ तब हुआ जब रवि दहिया को 2.94 लाख रुपये मूल्य के नकली नोट के साथ पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि ये नकली नोट 500 रुपये के थे।’’
उन्होंने बताया कि विश्वकर्मा ने अन्य आरोपियों को 12 लाख रुपये मूल्य के नकली नोट दिए थे, जिन्होंने उसे तीन लाख रुपये दिए।
अधिकारी ने कहा, ‘हमने आरोपियों से 18 लाख रुपये मूल्य के नकली नोट बरामद किए हैं। हमने 1.94 लाख रुपये नकद, एक लैपटॉप, कलर प्रिंटर, कटर, ए4 साइज के पेपर रोल भी जब्त किए हैं।’
उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा और दहिया के अलावा, पकड़े गए अन्य लोगों में धीरज बनवानी, गौरव तिवारी, जमना प्रसाद, सभी जबलपुर के रहने वाले और संतोष श्रीवास्तव तथा अजय कुमार नवरिया, मंडला के रहने वाले हैं। एक व्यक्ति फरार है।
भाषा सं दिमो अमित
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