गोरखपुर, 21 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि किसी भी विद्यार्थी की आर्थिक स्थिति उसकी पढ़ाई में बाधा न बनने पाए और यह सुनिश्चित करना हर संस्था का प्रमुख दायित्व है।
मुख्यमंत्री योगी, शनिवार शाम को गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद (एमपीएसपी) की सभी संस्थाओं के प्रमुखों के साथ संस्थाओं की गतिविधियों व भावी कार्ययोजना की समीक्षा कर रहे थे।
एक बयान के मुताबिक, योगी ने परिषद की सभी संस्थाओं के प्रमुखों का आह्वान किया कि वे अपनी दायित्व वाली संस्थाओं को समाज और राष्ट्र हित में युगानुकूल परिवर्तन का वाहक बनाएं।
उन्होंने बैठक में परिषद की हर संस्था के लिए उत्कृष्ट परिसर संस्कृति पर विशेष जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद सिर्फ स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय या अस्पताल खोलने वाली संस्था नहीं है बल्कि इसका ध्येय शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सेवाओं के माध्यम से समाज तथा राष्ट्र के सामाजिक विकास में योगदान देना है।
योगी ने कहा कि शिक्षकों को विद्यालय से संबंधित जो भी प्रभार जैसे स्वच्छता, अनुशासन आदि मिलें, उसे उत्साहपूर्वक स्वीकार कर मिसाल पेश करना चाहिए।
उन्होंने संस्थापकों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव रखने का मंत्र देते हुए कहा कि यह भाव आपकी संस्था और आपको आगे बढ़ाने में मददगार होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालय में सकारात्मक माहौल, परिसर को गंदगी मुक्त बनाना, स्वच्छ और सुंदर होना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश में हुए कार्यों की समीक्षा करते हुए जुलाई से प्रारंभ हो रहे शैक्षिक सत्र की तैयारियों की भी जानकारी ली और कहा कि एक जुलाई को विद्यालय खुलने पर विद्यार्थी जब प्रवेश करें तो उन्हें विद्यालय नया व परिसर स्वच्छ, सुंदर दिखना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के शताब्दी वर्ष 2032 को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए अभी से तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए।
भाषा जफर जितेंद्र
जितेंद्र