लखनऊ, 21 जून (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में नाबालिग बच्चों के यौन उत्पीड़न और बाल यौन शोषण सामग्री (सीएसएएम) रखने और उसे प्रसारित करने के मामले में शनिवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने एक बयान में यह जानकारी दी।
सीबीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के मथुरा निवासी आरोपी के खिलाफ गंभीर आरोपों के तहत 17 जून को मामला दर्ज किया गया था। उस पर नाबालिगों को यौन कृत्यों में स्पष्ट रूप से चित्रित करने वाले सीएसएएम का निर्माण, संग्रह, भंडारण और ऐसी सामग्री को अपलोड करने के आरोप शामिल हैं।’’
बयान में कहा गया है कि आरोपी के पास बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री भी थी जो कानून का उल्लंघन है।
सीबीआई ने कहा कि 19 जून को आरोपी के आवासीय परिसरों की तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप आपत्तिजनक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए। बाद में किए गए फॉरेंसिक विश्लेषण से छवियों और वीडियो के रूप में सीएसएएम की पर्याप्त मात्रा सामने आई।
इन सामग्रियों की पुष्टि इंटरपोल के अंतरराष्ट्रीय बाल यौन शोषण (आईसीएसई) डेटाबेस के आंकड़ों के साथ-साथ गूगल द्वारा तैयार साइबर टिपलाइन रिपोर्ट (सीटीआर) से की गई तथा इन्हें गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) के साथ साझा किया गया।
सीबीआई ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच और विश्लेषण से पता चला है कि इलेक्ट्रॉनिक सामग्री में नाबालिग बच्चों के साथ दुष्कर्म, यौन उत्पीड़न, धमकी दी जा रही है और मथुरा में आरोपियों द्वारा उनकी अश्लील तस्वीरें ली गई थीं।
सीबीआई ने कहा, ‘‘त्वरित और समन्वित प्रयास से सीबीआई नाबालिग पीड़ित बच्चों की पहचान करने, उनका पता लगाने और उन्हें बचाने में सफल रही। तदनुसार, आरोपी को 21 जून को गिरफ्तार कर लिया गया और वह वर्तमान में हिरासत में है।’’
इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
भाषा
अरूनव, जफर, रवि कांत अमित रवि कांत