भुवनेश्वर, 21 जून (भाषा) ओडिशा के रायगढ़ जिले में एक आदिवासी परिवार की लड़की द्वारा अन्य जाति और समुदाय के युवक से विवाह किए जाने के बाद परिवार के करीब 40 सदस्यों ने ‘शुद्धिकरण’ की रस्म के तहत अपने सिर मुंडवा लिए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि काशीपुर खंड के अंतर्गत गोरखपुर ग्राम पंचायत के बैगनगुड़ा गांव में बृहस्पतिवार को यह घटना हुई।
यह मामला तब सामने में आया जब इस रस्म का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें पुरुष नजर आ रहे थे, जिन्होंने अपना सिर मुंडवाया हुआ था।
‘पीटीआई-भाषा’ स्वतंत्र रूप से इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
सूत्रों ने बताया कि अनुसूचित जनजाति समुदाय से ताल्लुक रखने वाली लड़की ने अपने परिवार की अनुमति के बिना अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति से शादी कर ली। इससे गांव के निवासी नाराज हैं।
उन्होंने बताया कि अंतरजातीय विवाह के बाद गांव में एक बैठक की गई, जिसमें सुझाव दिया गया कि लड़की के परिवार के पुरुष सदस्य अपने सिर मुंडवा लें और स्थानीय देवता को बकरियों, मुर्गियों और सूअरों की बलि चढ़ाएं।
रायगढ़ के आदिवासी समुदाय में अंतरजातीय विवाह पारंपरिक रूप से निषिद्ध है और जाति से बाहर विवाह करना वर्जित माना जाता है।
सूत्रों ने बताया कि महिला के परिवार को कथित तौर पर चेतावनी दी गई थी कि अगर वे सामुदायिक मानदंडों का पालन नहीं करेंगे तो उन्हें सामाजिक रूप से बहिष्कृत कर दिया जाएगा।
उक्त मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने काशीपुर प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) बिजय सोए को मामले की जांच करने और जिलाधिकारी को रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
सोए ने कहा कि उन्होंने दोनों पक्षों-लड़की और लड़के के परिवारों से मुलाकात की, जिन्होंने कहा कि उन्हें कोई शिकायत नहीं है और उन्होंने स्वेच्छा से रस्में निभाई थीं।
भाषा प्रीति माधव
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