ईटानगर, 21 जून (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में पुलिसकर्मियों ने 15 और 17 वर्ष की दो नाबालिग लड़कियों को बचाया है, जिन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से रोजगार देने के झूठे वादे के तहत बोलेंग से छत्तीसगढ़ के रायपुर ले जाया जा रहा था।
पुलिस के अनुसार, इस मामले का मुख्य आरोपी नगालैंड के दीमापुर का निवासी है। वह रायपुर में रसोइया का काम करता था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
ओबुक जेरंग नामक व्यक्ति ने अपनी 15 साल की बेटी के लापता होने पर 10 जून को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद यह अभियान शुरू किया गया था। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई, जिसके बाद भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत तस्करी का मामला दर्ज किया गया।
सियांग के पुलिस अधीक्षक (एसपी) जे. के. लेगो ने शनिवार को बताया कि जिले की बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को अलर्ट पर रखा गया था।
उन्होंने बताया कि तकनीकी निगरानी का उपयोग करते हुए पुलिस को पता चला कि लड़कियां रायपुर में हैं, जिसके बाद पुलिस ने विधानसभा पुलिस थाने की मदद से दोनों लड़कियों को बचा लिया।
अधिकारी ने बताया कि पीड़ितों को 20 जून को बोलेंग वापस लाया गया, जहां उनकी मेडिकल जांच की गई।
एसपी ने बताया कि जांच में पता चला कि आरोपी ने पीड़ितों को सोशल मीडिया के जरिए फर्जी नौकरी का लालच दिया था और बोलेंग से रायपुर तक की उनकी यात्रा की योजना बनाई थी।
भाषा प्रीति अविनाश
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