नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) भारत द्वारा 2020 में पाकिस्तान जाने वाले एक व्यापारिक जहाज से जब्त किया गया दोहरे उपयोग वाला उपकरण इस्लामाबाद के मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित राष्ट्रीय विकास परिसर से जुड़ा है। वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की एक नयी रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।
बहुपक्षीय वित्तीय निगरानी संस्था की एक रिपोर्ट में मिसाइल विकसित करने में इस्तेमाल होने वाले दोहरे उपयोग वाले उपकरण को भारत द्वारा जब्त किए जाने का उल्लेख किया गया है।
रिपोर्ट में इस मामले को समुद्री और नौवहन क्षेत्रों के दुरुपयोग से संबंधित एक धारा के तहत सूचीबद्ध किया गया है, जिसमें दोहरे उपयोग वाले उपकरणों सहित कई प्रकार की वस्तुओं का परिवहन शामिल है।
एफएटीएफ की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘वर्ष 2020 में, भारतीय सीमा शुल्क अधिकारियों ने पाकिस्तान जाने वाले एक जहाज को जब्त कर लिया। जांच के दौरान, भारतीय अधिकारियों ने पुष्टि की कि दस्तावेजों में जहाज पर लदे दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं के संबंध में गलत घोषणा की गई थी।’’
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘भारतीय जांचकर्ताओं ने जहाज पर लदी वस्तुओं को ‘ऑटोक्लेव’ के रूप में प्रमाणित किया है, जिसका उपयोग संवेदनशील उच्च ऊर्जा सामग्री और मिसाइल की मोटर में रासायनिक कोटिंग के लिए किया जाता है।’’
एफएटीएफ ने कहा कि विभिन्न प्राधिकरणों से औपचारिक अनुमोदन के बिना ‘आटोक्लेव’ जैसे उपकरणों का निर्यात मौजूदा कानून का उल्लंघन है।
भाषा शफीक नेत्रपाल
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