पुणे, 22 जून (भाषा) महाराष्ट्र के पुणे जिले के बारामती में स्थित मालेगांव सहकारी चीनी मिल के चुनाव के लिए रविवार को मतदान जारी है, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हैं।
इस चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) ने भी अपना पैनल उतारा है, जिससे मुकाबला रोचक हो गया है।
चीनी मिल के 21 निदेशक मंडल सदस्यों के चुनाव के लिए 90 उम्मीदवार मैदान में हैं। सभी उम्मीदवार पार्टी की टिकट के बजाय विभिन्न पैनलों के तहत चुनाव लड़ रहे है। केवल मिल के सदस्य ही मतदान के पात्र हैं।
राकांपा प्रमुख अजित पवार के नेतृत्व वाला नीलकंठेश्वर पैनल फिलहाल मिल की सत्ता में है। अजित पवार चार दशक बाद किसी सहकारी चीनी मिल के चुनाव में उतर रहे हैं।
चुनाव परिणाम 24 जून को घोषित किए जाएंगे।
नीलकंठेश्वर पैनल और रंजन तावड़े के नेतृत्व वाले ‘सहकार बचाव’ के अलावा शरद पवार गुट ने ‘बलीराजा सहकार बचाव’ नाम से पैनल बनाकर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है। हालांकि, शरद पवार खुद चुनाव में सीधे तौर पर शामिल नहीं हैं।
अजित पवार ने रविवार सुबह बारामती में मतदान किया और उम्मीद जताई कि लोग विकास के लिए मतदान करेंगे।
उन्होंने मतदान के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत हो रहा है। मतदाताओं को अपने प्रतिनिधि चुनने का अधिकार है। यह वही तय करेंगे कि विकास कौन लाएगा। मैं अध्यक्ष पद का उम्मीदवार हूं और यहां 35 वर्षों से सेवा दे रहा हूं।’’
इससे पहले बुधवार रात पुणे जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (जिसके अध्यक्ष अजित पवार हैं) की कार्यप्रणाली को लेकर विवाद हुआ था। ‘सहकार बचाव’ और ‘बलीराजा’ पैनलों के समर्थकों ने आरोप लगाया था कि बैंक में मतदाता सूची मिली है।
इस घटना को लेकर राकांपा (शरद पवार गुट) की सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच की मांग की थी।
जब इस बारे में अजित पवार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें किसी की मनमानी मांगों का जवाब देने की जरूरत नहीं है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चूंकि आचार संहिता लागू है, शरद संकुल (शरद पवार समर्थित पैनल का कार्यालय) खुला है लेकिन मैं उस मुद्दे को नहीं उठाना चाहता। आज भी आप वहां जाएंगे तो लोग बैठे हुए मिलेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नियमों के अनुसार, किसी को भी वहां बैठकर चुनाव की सूची तैयार करने की अनुमति नहीं है। वोटों का अंतर अजित पवार तय नहीं करेगा, बल्कि मतदाता करेंगे।’’
वर्ष 2023 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विभाजन से पहले मिल के बोर्ड में केवल एक ही पैनल ‘नीलकंठेश्वर’ था जो पवार परिवार का प्रतिनिधित्व करता था।
भाषा राखी जोहेब
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