नयी दिल्ली, 22 जून (भाषा) वाम दलों ने रविवार को ईरान के परमाणु स्थलों पर हुए अमेरिकी हमलों की निंदा की और इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का ‘गंभीर उल्लंघन’ करार दिया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव एम.ए. बेबी ने चेतावनी दी कि इसका असर वैश्विक स्तर पर होगा और इससे भारत भी अछूता नहीं रहेगा।
बेबी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “हम ईरान के परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं। यह अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है। (अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप ने इस हमले का आदेश अमेरिकी खुफिया जानकारी को नज़रअंदाज़ करते हुए दिया कि ईरान परमाणु हथियार बनाने का प्रयास नहीं कर रहा है।”
बेबी ने कहा, ‘यह इराक युद्ध के झूठ को दर्शाता है। उस समय डब्ल्यूएमडी (सामूहिक नरसंहार के हथियार) के बारे में झूठ बोला था और अब परमाणु हथियारों के बारे में झूठ बोला जा रहा है। इसका आर्थिक और राजनीतिक असर वैश्विक होगा, जिसमें भारत भी शामिल है।’
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने खुद को ऐसा देश साबित कर दिया है जो किसी अंतरराष्ट्रीय कानूनों व मानकों की परवाह नहीं करता है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि दुनिया के शांतिप्रिय लोगों को इस हमले की निंदा करनी चाहिए।
भट्टाचार्य ने एक बयान में कहा, ‘अमेरिका ने अब ईरान पर सीधा हमला कर दिया है। इराक, लीबिया और सीरिया को तबाह करने के बाद, अमेरिका अब ईरान को नष्ट करना चाहता है और पूरे पश्चिम एशिया को अस्थिर तथा अपने अधीन करना चाहता है।’
उन्होंने कहा, “दुनिया के शांतिप्रिय लोगों को अमेरिकी आक्रामकता के इस कृत्य की निंदा करनी चाहिए। भारत को इस पूरी तरह से अन्यायपूर्ण युद्ध में अमेरिका-इज़राइल का समर्थन नहीं करना चाहिए और ईरान पर साम्राज्यवादी आक्रमण को तत्काल रोकने की मांग करनी चाहिए।’
भाषा नोमान सुभाष
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