कल्याणी (पश्चिम बंगाल), 22 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक परिवार ने घर से भागकर दूसरे धर्म के व्यक्ति से शादी करने वाली अपनी जीवित और वयस्क बेटी का रविवार को ‘श्राद्ध’ कर दिया।
कॉलेज की छात्रा के परिवार ने कहा कि श्राद्ध की रस्म इसलिए की गई क्योंकि उसने परिवार के सदस्यों का अपमान किया है और वह उनके लिए अब मर चुकी है।
यह रस्म उसके एक व्यक्ति के साथ भागकर कहीं और शादी करने के 12 दिन बाद की गई। उसके चाचा सोमनाथ बिस्वास ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह हमारे लिए मर चुकी है। हमने उसकी शादी तय कर दी थी, लेकिन वह हमारी बात सुनना भी नहीं चाहती थी। उसने हमें इस तरह छोड़कर बदनामी कराई। बहुत हो गया।’’
‘श्राद्ध’ की सभी रस्में निभाई गईं, जिसमें सिर मुंडवाना भी शामिल था। पुजारी द्वारा श्राद्ध अनुष्ठान के आयोजन के दौरान युवती की मालायुक्त तस्वीर रखी गई थी।
युवती की मां ने कहा, ‘‘हमने उसके सभी निजी सामान भी जला दिए हैं।’’ परिवार ने स्थानीय कॉलेज की द्वितीय वर्ष की छात्रा की शादी तय कर दी थी, लेकिन उसने विद्रोह कर दिया। परिवार में कई बार बहस होने के बाद, वह घर छोड़कर एक ऐसे युवक के साथ चली गई जो दूसरे धर्म का था।
बिस्वास ने यह स्पष्ट नहीं किया कि युवक के दूसरे धर्म का होने के कारण उनके निर्णय पर प्रभाव पड़ा या नहीं।
बिस्वास के अनुसार, लड़की के पिता विदेश में काम करते हैं लेकिन उन्होंने परिवार के निर्णय का समर्थन किया है।
नवविवाहित जोड़े के करीबी सूत्रों ने बताया कि महिला जिले में कहीं और अपने ससुराल वालों के साथ है और मनोवैज्ञानिकों द्वारा उसकी काउंसलिंग की जा रही है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें घटना के बारे में पता चला है, लेकिन हम अपने स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकते क्योंकि वह वयस्क है। इस संबंध में किसी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है।’’
भाषा संतोष नेत्रपाल
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