(योषिता सिंह)
(तस्वीर सहित)
संयुक्त राष्ट्र, 23 जून (भाषा) संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच सुरक्षा परिषद के एक आपातकालीन सत्र में कहा कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिका की बमबारी क्षेत्र में एक ‘‘खतरनाक मोड़’’ का संकेत है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान के तीन परमाणु केंद्रों – फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर बमबारी की घोषणा किए जाने के बाद 15 देशों की परिषद ने रविवार को आपातकालीन सत्र के लिए बैठक की।
महासचिव गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया, ‘‘अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर बमबारी एक ऐसे क्षेत्र में खतरनाक मोड़ का संकेत है जो पहले से ही लड़खड़ा रहा है। संकट की शुरुआत से ही मैंने पश्चिम एशिया में किसी भी सैन्य वृद्धि की बार-बार निंदा की है।’’
गुतारेस ने कहा कि क्षेत्र के लोग एक बार फिर विनाश को सहन नहीं कर सकते, फिर भी हम जवाबी कार्रवाइयों के बीच प्रतिशोध के दलदल में उतरने का जोखिम उठाते हैं।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने जोर देकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लड़ाई रोकने और ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर गंभीरता के साथ तथा निरंतर वार्ता पर पुन: शुरू करने के लिए तुरंत और निर्णायक रूप से कार्य करना चाहिए।
गुतारेस ने कहा कि ईरान को परमाणु अप्रसार संधि का पूरा सम्मान करना चाहिए, जो अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की आधारशिला है।
उन्होंने चेतावनी दी कि दुनिया को ऐसे रास्ते के बीच कठोर विकल्प चुनना होगा जो या तो व्यापक युद्ध, गहरी मानवीय पीड़ा देता हो और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुंचाता हो तथा दूसरा विकल्प जो तनाव कम करने, कूटनीति और संवाद की ओर ले जाता हो।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि कौन सा रास्ता सही है। मैं इस परिषद और सभी सदस्य देशों से आग्रह करता हूं कि वे तार्किक तरीके से, संयम और तत्परता से काम लें। हम शांति का मार्ग नहीं छोड़ सकते और हमें ऐसा नहीं करना चाहिए।’’
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने परिषद को बताया कि ईरानी परमाणु केंद्रों पर हमलों के कारण देश में परमाणु सुरक्षा और संरक्षा में भारी कमी आई है।
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक इन हमलों से जनता को प्रभावित करने वाला कोई रेडियोधर्मी विकिरण नहीं हुआ है, लेकिन ऐसा होने का खतरा है।’’
फोर्दो ईरान का मुख्य संवर्धन केंद्र है, जहां यूरेनियम को 60 प्रतिशत तक संवर्धित किया जाता है। आईएईए ने कहा कि उसे इस समय फोर्दो में किसी नुकसान की जानकारी नहीं है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि परमाणु केंद्रों पर सशस्त्र हमले कभी नहीं होने चाहिए और इससे हमले वाले स्थलों से उस देश की सीमाओं के भीतर और बाहर गंभीर परिणाम वाले रेडियोधर्मी उत्सर्जित हो सकते हैं।
ग्रॉसी ने कहा, ‘‘इसलिए मैं फिर से अधिकतम संयम बरतने का आह्वान करता हूं। सैन्य वृद्धि से जान का खतरा है और इससे ईरान के परमाणु हथियार हासिल नहीं करने के दीर्घकालिक आश्वासन के लिए कूटनीतिक समाधान की दिशा में अपरिहार्य कार्य में देरी होती है।’’
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की कार्यवाहक प्रतिनिधि राजदूत डोरोथी शी ने कहा कि परिषद को ईरान से इजराइल को खत्म करने के मकसद से 47 साल से जारी उसके प्रयास को बंद करने, अपने परमाणु कार्यक्रम को समाप्त करने, अमेरिकियों और अमेरिकी हितों को निशाना बनाना बंद करने तथा ‘‘सद्भावनापूर्वक शांति वार्ता’’ करने का आह्वान करना चाहिए।
भाषा सुरभि मनीषा
मनीषा