नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) चार राज्यों में हुए उपचुनावों के ताजा रुझानों के अनुसार पंजाब के लुधियाना पश्चिम और गुजरात के विसावदर में आम आदमी पार्टी (आप), जबकि केरल के नीलांबुर में कांग्रेस नीत यूडीएफ और पश्चिम बंगाल के कालीगंज में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे है।
रुझानों के अनुसार गुजरात की कडी सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगे है।
चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 19 जून को हुए थे। गुजरात, पश्चिम बंगाल और पंजाब में मौजूदा विधायकों के निधन के कारण एक-एक सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था, जबकि केरल और गुजरात में दो विधायकों के इस्तीफे के कारण मतदान कराया गया।
पंजाब में लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी एवं कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशु से 2,286 मतों के अंतर से आगे हैं।
मतगणना के 14 में से छह चरणों के बाद अरोड़ा को 14,486 और आशु को 12,200 वोट मिले हैं।
भाजपा प्रत्याशी जीवन गुप्ता कुछ देर के लिए आशु से आगे रहने के बाद अब फिर तीसरे स्थान पर खिसक गए हैं। उन्हें 10,703 वोट मिले हैं। शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार परोपकार सिंह घुम्मण 3,283 मतों के साथ चौथे स्थान पर हैं।
‘आप’ के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के जनवरी में निधन के बाद यह सीट रिक्त हो गई थी और यहां चुनाव आवश्यक हो गया था।
ताजा रुझानों के अनुसार, गुजरात की विसावदर सीट पर भी ‘आप’ अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
आम आदमी पार्टी (आप) उम्मीदवार गोपाल इटालिया ने विसावदर सीट पर अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बढ़त हासिल कर ली है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कडी सीट बरकरार रखने की उम्मीद है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कुल 21 में से 18 चरण की मतगणना पूरी होने के बाद, ‘आप’ की गुजरात इकाई के पूर्व अध्यक्ष इटालिया विसावदर में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 14,073 मतों से आगे हैं।
चुनाव आयोग द्वारा साझा किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 18 चरण की गणना के बाद इटालिया को 65,295 वोट मिले, जबकि भाजपा उम्मीदवार किरीट पटेल को 51,222 वोट मिले हैं।
अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित कडी सीट पर 21 में से 16 चरण की मतगणना समाप्त होने के बाद भाजपा के राजेंद्र चावड़ा कांग्रेस के रमेश चावड़ा से 35,608 मतों के बड़े अंतर से आगे हैं।
केरल में पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार को करारा झटका देते हुए विपक्षी दलों का गठबंधन यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) सोमवार को नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव में बढ़त बनाते हुए जीत की ओर बढ़ चुका है।
आखिरी दौर की गणना के समाप्त होने तक कांग्रेस पार्टी नीत यूडीएफ के उम्मीदवार शौकत आर्यदान सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार पर 11,077 मतों की बढ़त बनाए हुए थे।
शौकत दिवंगत वरिष्ठ कांग्रेस नेता आर्यदान मुहम्मद के पुत्र हैं जबकि स्वराज माकपा के राज्य सचिवालय के सदस्य हैं। वाम उम्मीदवार ने शौकत को बधाई दी।
स्वराज ने कहा कि एलडीएफ नतीजों का बारीकी से विश्लेषण करेगा। हालांकि उन्होंने वाम सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर की बात को खारिज कर दिया।
शौकत ने कहा कि परिणाम अपेक्षित था।
उन्होंने, ‘‘केरल के लोगों की बदौलत जीत अपेक्षित थी जो एलडीएफ सरकार के खिलाफ बड़ी जीत है।’’
निर्दलीय उम्मीदवार और दो बार के विधायक रहे पी. वी. अनवर ने नीलांबुर सीट पर उपचुनाव में प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए यूडीएफ और एलडीएफ दोनों को हैरान कर दिया। नीलांबुर सीट विधायक पी. वी. अनवर के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई थी, जहां सत्तारूढ़ एलडीएफ और यूडीएफ के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला।
एलडीएफ सरकार के मौजूदा कार्यकाल का यह चौथा साल है और चुनावी विश्लेषक इस उपचुनाव को एलडीएफ सरकार के लिए मध्यावधि परीक्षा के रूप में देख रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में कालीगंज विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार 19,000 से अधिक मतों से आगे हैं।
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि सात दौर की गणना के बाद तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार अलीफा अहमद को 32,308 वोट हासिल हुए, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) द्वारा समर्थित कांग्रेस के उम्मीदवार काबिल उद्दीन शेख ने 13,144 वोट हासिल किए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार आशीष घोष तीसरे स्थान पर हैं जिन्हें 11,987 वोट हासिल हुए।
फरवरी में तृणमूल कांग्रेस के विधायक नसीरुद्दीन अहमद के अचानक निधन के कारण कालीगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था। उनकी बेटी अलीफा अहमद (38) को तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर इस सीट से उतारा गया है।
भाषा
शोभना मनीषा
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