नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) ने सोमवार को कहा कि चिली के खनन विशेषज्ञों का एक प्रतिनिधिमंडल अगले तीन सप्ताह में उसकी विभिन्न इकाइयों का दौरा करेगा। साथ ही खनन एवं परिचालन पहलुओं का आकलन करेगा और जानकारी साझा करने एवं मूल्य संवर्धन के अवसरों का पता लगाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट की उपस्थिति में एचसीएल और कोडेल्को ने अप्रैल में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने कहा, ‘‘ एचसीएल के कर्मचारियों ने आज सुबह नयी दिल्ली में चिली की सरकारी स्वामित्व वाली तांबा खनन कंपनी कोडेल्को (कॉरपोरेशन नैशनल डेल कोबरे) के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। भारत में अपनी तरह की पहली यात्रा पर आए चिली की प्रमुख तांबा कंपनी के विशेषज्ञ विभिन्न खनन एवं परिचालन पहलुओं का आकलन करने के लिए देशभर में एचसीएल की सभी इकाइयों तथा कार्यालयों का दौरा करेंगे।’’
यह समझौता अन्वेषण, खनन और खनिज संवर्धन के साथ-साथ कर्मचारी प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण को सुविधाजनक बनाने के लिए जानकारी और सर्वोत्तम व्यवहार को साझा करने पर केंद्रित है।
खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने इससे पहले तांबा, लिथियम और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों में चिली के साथ सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया था। साथ ही भारत के औद्योगिक विकास एवं सतत ऊर्जा बदलाव में इन खनिजों के बढ़ते महत्व का उल्लेख किया था।
तांबा तथा लिथियम उत्पादन में वैश्विक अगुवा होने के नाते चिली, ‘ग्रीनफील्ड’ और ‘ब्राउनफील्ड’ खनन परियोजनाओं के माध्यम से इन खनिजों तक पहुंच सुनिश्चित करने की इच्छुक भारतीय कंपनियों को महत्वपूर्ण अवसर मुहैया कराता है।
‘ग्रीनफील्ड’ खनन एक ऐसी परियोजना को संदर्भित करता है जहां बिल्कुल नए सिरे से खनन कार्य शुरू किया जाता है। ‘ब्राउनफील्ड’ खनन उन परियोजनाओं से संबंधित है जहां पहले से मौजूद खनन स्थलों या आसपास के क्षेत्रों में विकास, विस्तार, या पुनः उपयोग किया जाता है।
भाषा निहारिका अजय
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