शाहजहांपुर (उप्र), 23 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर जाली नोट छापने का धंधा चला रहे थे। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मूल रूप से मुरादाबाद के रहने वाले आरोपी कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी नौकरी खोने के बाद जाली नोटों के धंधे में लग गए थे।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने सोमवार को बताया कि कोतवाली थानाक्षेत्र का रहने वाला निखिल मिश्रा मुरादाबाद से जाली नोट लाकर उन्हें यहां छोटे दुकानदारों के यहां खपाता था तथा जब इसका धंधा चल पड़ा तो इसने अपने साथी नफीस से ज्यादा जाली नोटों की मांग की , ऐसे वह नोट बनाने की प्रिंटर आदि मशीन लेकर शाहजहांपुर में ही आ गया।
द्विवेदी का कहना है कि मिश्रा ने यहां नकली नोट का उद्योग लगाने के लिए नफीस को एक मकान भी किराये पर लेकर दिया। नफीस ने पुलिस को बताया कि जब कोरोना काल में उसके पास कोई व्यवसाय नहीं था, तब उसके गुरु जाकिर रामपुर ने उसे नकली नोट छापने में पारंगत बना दिया , हालांकि उसके गुरु की कोरोना कल में ही मौत हो गई थी।
द्विवेदी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के पास से 500 से लेकर 20 रुपये तक के चार लाख 61हजार के छपे हुए जाली नोट बरामद किए हैं ।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार आरोपियों के पास से कंप्यूटर के अलावा नकली नोट छापने में प्रयुक्त होने वाली मशीन भी बरामद की गई है।
पुलिस ने आरोपी नफीस अहमद (मुरादाबाद), पंकज गंगवार (उत्तराखंड), निखिल मिश्रा मिश्रा (शाहजहांपुर) को आज गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही के तहत जेल भेज दिया।
भाषा सं जफर
राजकुमार
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