नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) रोजमर्रा की जरूरत का सामान बनाने वाली प्रमुख कंपनी कोलगेट-पामोलिव (इंडिया) भारत में पैठ बढ़ाने के लिए अपने वैश्विक उत्पादों से और ब्रांड पेश करने की योजना बना रही है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रभा नरसिम्हन ने सोमवार को यह जानकारी दी।
फिलहाल कंपनी की देश में दो ब्रांड – कोलगेट और पामोलिव के साथ मौजूदगी है और वह अपना पोर्टफोलियो बढ़ाने के लिए मूल कंपनी के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रही है।
नरसिम्हन ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हम इस बात को लेकर बहुत उत्साहित हैं कि भारत में अपने मौजूदा ब्रांड और पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए क्या कर सकते हैं, और हम दुनिया भर से जिन चीजों को ला सकते हैं, उस दिशा में क्या किया जा सकता है। भारत में हम जो हासिल कर सकते हैं, उस संबंध में हमें अपने वैश्विक समकक्षों से जबर्दस्त समर्थन मिला है।”
उन्होंने कहा कि पामोलिव ब्रांड में जबर्दस्त क्षमता है और यह 20 से 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। यह ब्रांड निजी देखभाल खंड में सक्रिय है।
यह पूछने पर कि क्या कंपनी नये खंड में पामोलिव ब्रांड का विस्तार करेगी, उन्होंने कहा, ”पामोलिव ब्रांड का विस्तार करने से कहीं अधिक, हमारे पास बहुत सारे उत्पाद पोर्टफोलियो हैं जो वैश्विक स्तर पर उपलब्ध हैं। हम देखेंगे कि उनमें से कौन सा उत्पाद भारत में लाया जा सकता है और भारतीय उपभोक्ता के लिए सार्थक हो सकता है।”
नरसिम्हन ने कहा कि कंपनी चालू वित्त वर्ष के अंत तक शहरी खपत में सुधार को लेकर आशावादी है और उम्मीद है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी तेजी बनी रहेगी।
कंपनी का मानना है कि शहरी बाजार में तेजी का अवसर हैं और सरकार के हाल में घोषित हस्तक्षेपों और उपायों से व्यापक संकेतकों में सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि पिछली कुछ तिमाहियों में ग्रामीण वृद्धि शहरी बाजारों की तुलना में तेज रही है।
उनसे जब पूछा गया कि क्या कंपनी महंगाई कम होने के कारण कीमतें स्थिर रखेगी, तो उन्होंने कहा, ”जब हमें लगेगा कि कोई मौका है, हम जो मूल्य दे रहे हैं और जो मूल्य हम मांग रहे हैं, उसके बीच अंतर है, तब हम मूल्य निर्धारण करेंगे।”
भाषा पाण्डेय अजय
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