मुरुदेश्वर (कर्नाटक), 23 जून (भाषा) उत्तर कन्नड़ जिले में मुरुदेश्वर मंदिर के प्रबंधन ने आंतरिक गर्भगृह में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के लिए ‘ड्रेस कोड’ लागू किया है, जिसके तहत ‘पवित्र क्षेत्रों’ में पश्चिमी परिधानों के पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
मंदिर प्राधिकारियों द्वारा सोमवार को जारी नोटिस के अनुसार, पुरुषों के लिये या तो पारंपरिक धोती (पंचे) या पूरी लंबाई वाली औपचारिक पतलून पहनना अनिवार्य है, जबकि महिलाओं को केवल साड़ी या सलवार कमीज पहनने की अनुमति है।
इस कदम से मंदिर परिसर के विशिष्ट भागों में ‘कैजुअल’ (अनौपचारिक) या पश्चिमी शैली के कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लग गया है।
यह निर्णय हिंदू संगठनों की मांगों के बाद लिया गया है, जिन्होंने धार्मिक स्थलों में पारंपरिक मानदंडों को सख्ती से लागू करने की मांग की थी। नए नियमों के बारे में आगंतुकों को सूचित करने के लिए मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक नोटिस बोर्ड लगाया गया है।
भगवान शिव को समर्पित मुरुदेश्वर मंदिर कर्नाटक का एक प्रमुख तटीय तीर्थ स्थल है, जहां हर साल हजारों भक्त और पर्यटक पहुंचते हैं।
भाषा
शुभम दिलीप
दिलीप