चेन्नई, 23 जून (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सोमवार को दावा किया कि मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए जरूरी राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) आयोजित करने की प्रणाली ‘‘नैतिकता के खिलाफ’’ है और यह हर स्तर पर अनियमितताओं से भरी हुई है।
स्टालिन ने नीट को लेकर केंद्र के खिलाफ कुछ भी न बोलने को लेकर विपक्षी ‘ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम’ (अन्नाद्रमुक) को भी आड़े हाथों लिया।
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए महाराष्ट्र के एक चिकित्सक और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के अधिकारियों के खिलाफ कथित तौर पर नीट-यूजी 2025 के अंकों में हेरफेर करने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज किए गए कथित मामले से जुड़ी खबरों का हवाला दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘एक और मामला है जो साबित करता है कि नीट योग्यता पर आधारित नहीं है। इसलिए हम जोर देकर और स्पष्ट तौर पर तौर पर कह रहे हैं, ‘नीट’ बिल्कुल भी ‘नीट’ (पारदर्शी) नहीं है। हमारे पास ऐसा कहने के लिए कई कारण हैं।’’
स्टालिन ने कहा कि केंद्र दावा करता है कि यह परीक्षा बिल्कुल पारदर्शी है लेकिन नीट शुरू से अंत तक धन का खेल है।
उन्होंने कहा, ‘‘नीट आयोजित करने की प्रणाली अपने आप में ही नैतिकता के खिलाफ है। प्रश्नपत्र से लेकर परीक्षा केंद्र तक, परिणाम जारी करने तक, हर स्तर पर अनियमितताएं हैं।’’
उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक सदस्यों के पास राष्ट्रीय स्वयंसेवक (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सम्मेलनों में ‘‘मूकदर्शक’’ बनने का समय है लेकिन अपने ‘‘आकाओं’’ के सामने इस परीक्षा के खिलाफ बोलने के लिए समय नहीं है।
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