मुंबई, 23 जून (भाषा) भारत में निजी इक्विटी (पीई) और उद्यम पूंजी (वीसी) इकाइयों का वित्तपोषण मई में तेजी से गिरकर 2.4 अरब अमेरिकी डॉलर पर आ गया।
उद्योग लॉबी समूह आईवीसीए और परामर्श फर्म ईवाई ने सोमवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
इसके अनुसार, उक्त आंकड़ा मई, 2024 के 7.3 अरब अमेरिकी डॉलर से 68 प्रतिशत कम है। इसी तरह यह अप्रैल, 2025 के पांच अरब डॉलर से 53 प्रतिशत कम है।
ईवाई के भागीदार विवेक सोनी ने कहा कि भविष्य को लेकर उनका नजरिया सतर्कता के साथ आशावादी है।
उन्होंने कहा कि मजबूत जीएसटी संग्रह, रुपये में मजबूती और ब्याज दरों में कटौती जैसे सकारात्मक घरेलू संकेत हैं। अगर वैश्विक अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक संघर्षों में कमी आती है तो वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि कुल लेनदेन का आकार बढ़ाने के लिए विक्रेताओं और खरीदारों की मूल्यांकन अपेक्षाओं के बीच तालमेल जरूरी है।
रिपोर्ट में कहा गया कि मई, 2025 में 97 सौदे हुए, जबकि पिछले साल मई में 128 लेनदेन और अप्रैल, 2025 के 115 लेनदेन हुए थे।
मई, 2025 में पीई/वीसी गतिविधि में स्टार्टअप निवेश का सबसे बड़ा हिस्सा था, जिसमें 1.1 अरब डॉलर का निवेश किया गया।
भाषा पाण्डेय अजय
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