नयी दिल्ली, 24 जून (भाषा) विभिन्न भारतीय एयरलाइन ने पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के बीच क्षेत्र में अपने विमानों का परिचालन रद्द कर दिया है, जिससे हजारों यात्री प्रभावित होंगे और विमानन कंपनियों को भारी वित्तीय नुकसान होगा।
परिचालन संबंधी व्यवधानों से पहले ही जूझ रही एअर इंडिया ने पश्चिम एशिया, यूरोप के साथ-साथ अमेरिका और कनाडा के पांच गंतव्यों के लिए अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी हैं।
क्षेत्र में 15 से अधिक गंतव्यों के लिए सेवाएं संचालित करने वाली एयरलाइन ने एक बयान में कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में बदल रही स्थिति और कुछ हवाई क्षेत्रों के बंद होने के मद्देनजर एअर इंडिया एक्सप्रेस ने इस क्षेत्र के लिए उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं।’’
इंडिगो ने मंगलवार सुबह कहा कि वह वर्तमान में और धीरे-धीरे परिचालन फिर से शुरू कर रही है क्योंकि पश्चिम एशिया में हवाई अड्डे धीरे-धीरे फिर से खुल रहे हैं।
एअरलाइन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और सुरक्षित एवं निर्बाध यात्रा के लिए सबसे सुरक्षित उपलब्ध उड़ान मार्गों पर विचार कर रहे हैं।’’
दुबई और दोहा के हवाई अड्डे भी व्यस्त अंतरराष्ट्रीय केंद्र हैं, जिनमें भारत से यूरोप और अमेरिका के गंतव्यों के लिए उड़ान भरने वाले यात्री भी शामिल हैं।
पश्चिम एशिया में तनाव के मद्देनजर हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध के कारण कतर एयरवेज सहित कई वैश्विक विमान वाहकों के परिचालन पर भी असर पड़ा है।
एअर इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में बदल रही स्थिति के बीच एअर इंडिया ने इस क्षेत्र के साथ-साथ उत्तर अमेरिका और यूरोप के पूर्वी तट से आने-जाने वाले सभी विमानों के परिचालन को तत्काल प्रभाव से अगले नोटिस तक बंद कर दिया है।’’
स्पाइसजेट ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि पश्चिम एशिया में हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण उसकी कुछ उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं।
अकासा एयर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि पश्चिम एशिया में मौजूदा स्थिति के मद्देनजर क्षेत्र से आने और जाने वाली उड़ानों का परिचालन प्रभावित हो सकता है।
इससे पहले सोमवार को भारतीय एयरलाइनों ने कई उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया था, क्योंकि ईरान द्वारा कतर में अमेरिकी एयरबेस पर मिसाइल हमले किए जाने के बाद कुछ खाड़ी देशों ने अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए थे।
परिचालन संबंधी व्यवधानों के कारण एयरलाइन को महत्वपूर्ण वित्तीय नुकसान का भी सामना करना होगा।
भाषा सुरभि वैभव
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