(सिमरन अरोड़ा)
नयी दिल्ली, 24 जून (भाषा) खान मंत्रालय के तहत आने वाली मिनी रत्न कंपनी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड अपनी विविधीकरण रणनीति के तहत इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल), गेल (इंडिया) और राइट्स जैसे अन्य पीएसयू के साथ मिलकर महत्वपूर्ण खनिजों और दुर्लभ पृथ्वी तत्व (आरईई) ब्लॉक के लिए बोली लगाने की योजना बना रही है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कंपनी जल्द ही इसके लिए आईओसीएल और गेल (इंडिया) लिमिटेड के साथ गैर-बाध्यकारी समझौता करेगी।
एचसीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक संजीव कुमार सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हिंदुस्तान कॉपर (एचसीएल) उन नीलामी में भाग लेगी, जो न केवल तांबे के ब्लॉक के लिए बल्कि महत्वपूर्ण खनिजों और दुर्लभ पृथ्वी खनिजों से संबंधित ब्लॉक के लिए भी होंगी।”
उन्होंने कहा, ”उदाहरण के लिए, यदि खान मंत्रालय और राज्य सरकार द्वारा नीलामी के लिए कोई महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉक या आरईई आता है, तो हम उनका मूल्यांकन करेंगे और एचसीएल उन ब्लॉक के लिए बोली लगाने को अन्य पीएसयू के साथ गठजोड़ करने की योजना बना रही है।”
उन्होंने बताया कि कंपनी चिली में तांबा और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों की खोज से संबंधित गतिविधियों में भाग लेने के लिए कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के साथ समझौता करने की भी योजना बना रही है।
सिंह ने आगे कहा कि एचसीएल का एक दल पहले ही उन ब्लॉक को अंतिम रूप देने के लिए मौजूद है, जिनमें कंपनी भाग लेने जा रही है।
इस महीने की शुरुआत में, इंजीनियरिंग कंपनी राइट्स लिमिटेड ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में महत्वपूर्ण खनिजों सहित धातुओं और खनिजों के लिए आपूर्ति श्रृंखला विकसित करने को हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
भाषा पाण्डेय अजय
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