मुंबई, 24 जून (भाषा) ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम की खबरों के बीच मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से स्थानीय शेयर बाजार ने मंगलवार को अपना अधिकांश शुरुआती लाभ गंवा दिया और अंत में सेंसेक्स 158 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। निफ्टी में भी 72 अंक का लाभ रहा।
युद्धविराम की खबरों से पश्चिम एशिया में तनाव कम होने और कच्चे तेल की कीमतें घटने की उम्मीद में शुरुआती कारोबार में जबर्दस्त उछाल देखा गया। लिवाली के इस दौर में सेंसेक्स एक समय 1,121.37 अंक यानी 1.36 प्रतिशत उछलकर 83,018.16 अंक तक पहुंच गया था।
हालांकि, दोपहर तक युद्धविराम के उल्लंघन की खबरें आने से बाजार ने इस बड़ी बढ़त को काफी हद तक गंवा दिया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 158.32 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,055.11 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सूचकांक निफ्टी का भी कारोबार उतार-चढ़ाव से भरा रहा। एक समय निफ्टी 25,317.70 अंक तक पहुंच गया था लेकिन कारोबार के अंत में यह सिर्फ 72.45 अंक यानी 0.29 प्रतिशत तेजी के साथ 25,044.35 अंक पर बंद हुआ।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार का शुरुआती लाभ, युद्धविराम की घोषणा और कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट से प्रेरित था। लेकिन पश्चिम एशिया में नए सिरे से भू-राजनीतिक तनाव पैदा होने से यह धारणा अल्पकालिक साबित हुई।’’
नायर ने कहा, ‘‘वायदा अनुबंधों की समाप्ति का दिन होने से भी बाजार में काफी उतार-चढ़ाव का माहौल रहा। हालांकि, बाजार ने एक दायरे में रहने की प्रवृत्ति से बाहर निकलने का प्रयास किया था लेकिन लगातार वैश्विक जोखिम इसे बाधित कर रहे हैं।’’
सेंसेक्स की कंपनियों में अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व और टाइटन के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
इसके उलट पावर ग्रिड, ट्रेंट, एनटीपीसी, मारुति, एचसीएल टेक और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में गिरावट का रुख रहा।
कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट आने से कच्चे तेल से संबंधित क्षेत्रों- पेट्रोलियम विपणन कंपनियों, विमानन, पेंट के शेयरों में खासी तेजी रही।
एचपीसीएल का शेयर 3.24 प्रतिशत चढ़ गया जबकि इंडियन ऑयल में 2.04 प्रतिशत एवं बीपीसीएल में 1.92 प्रतिशत की तेजी रही।
इसी तरह इंडिगो एयरलाइन का संचालन करने वाली इंटरग्लोब एविएशन का शेयर 2.55 प्रतिशत और स्पाइसजेट एयरलाइन का शेयर 2.15 प्रतिशत की बढ़त पर रहा।
नेरोलैक पेंट्स में 1.82 प्रतिशत, शालीमार पेंट्स में 1.80 प्रतिशत और एशियन पेंट्स में 0.48 प्रतिशत की तेजी रही।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजार प्रतिभागियों के लिए यह घटना-प्रधान दिन रहा। मानक सूचकांकों ने पश्चिम एशिया तनाव से जुड़ी खबरों पर अत्यधिक सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों रुझान दिखाए, लेकिन अंत में हल्की बढ़त के साथ बंद हुए।’’
व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.71 प्रतिशत और मिडकैप 0.54 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।
अदाणी समूह की सभी 10 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए जिनमें से अंबुजा सीमेंट का शेयर चार प्रतिशत चढ़ गया। समूह के अगले पांच वर्षों में 15-20 अरब डॉलर निवेश की योजना की घोषणा से इसकी कंपनियों को समर्थन मिला।
बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों में से 2,662 बढ़त लेने में सफल रहीं जबकि 1,339 कंपनियों में गिरावट रही और 143 अन्य के भाव अपरिवर्तित रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी, जापान के निक्की, चीन के शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंग सेंग में खासी तेजी देखी गई।
यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार सोमवार को सकारात्मक रहे थे।
पश्चिम एशिया में तनाव घटने की उम्मीद में वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 3.20 प्रतिशत घटकर 69.13 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,874.38 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआीआई) ने 5,591.77 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
सोमवार को बीएसई सेंसक्स 511.38 अंक गिरकर 81,896.79 अंक पर और एनएसई निफ्टी 140.50 अंक के नुकसान के साथ 24,971.90 अंक पर रहा था।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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