नयी दिल्ली, 24 जून (भाषा) भारत में मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहन खंड में चालू वित्तवर्ष में एकल अंक में वृद्धि होने की उम्मीद है, जो वित्तवर्ष 2024-25 में हुई तीन प्रतिशत की गिरावट से उबर रहा है।
अशोक लेलैंड लिमिटेड के अध्यक्ष (एम एंड एचसीवी) संजीव कुमार ने यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चेन्नई स्थित कंपनी इस साल वाणिज्यिक वाहनों (सीवी) के सबसे बड़े बाजार उत्तर भारत में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
उन्होंने उद्योग के परिदृश्य के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘जब आप पिछले साल को देखते हैं, तो बिक्री की मात्रा में तीन प्रतिशत की गिरावट आई है। हमारी समझ से यह गिरावट का लगातार चौथा साल है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप वाणिज्यिक वाहन (सीवी) उद्योग को देखते हैं, तो आम तौर पर यह तीन साल तक अच्छा रहता है, और फिर यह… गिरावट के दौर से गुजरता है। इसलिए हमें उम्मीद है कि उद्योग कम से कम एक अंक में बढ़ेगा।’’
कुमार ने कहा कि उद्योग की वृद्धि, बुनियादी ढांचे में सरकारी निवेश और कोर उद्योगों के अच्छे प्रदर्शन जैसे अनुकूल परिस्थितियों से प्रेरित होने की उम्मीद है।
कंपनी की वृद्धि की संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) कुल उद्योग वृद्धि से आगे निकलने की कोशिश करता है, और ‘‘अशोक लेलैंड के लिए भी यह बात सच है और हम अपना बाजार हिस्सा बढ़ाना चाहते हैं।’’
उत्तर भारतीय बाजार के महत्व पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि यह सीवी क्षेत्र के लिए सबसे बड़ा बाजार है और कुल उद्योग मात्रा में एक तिहाई से अधिक का योगदान देता है।
कुमार ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि उत्तर (बाजार) का योगदान कम से कम 30 प्रतिशत हो। फिलहाल इसका योगदान थोड़ा कम है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘पिछले तीन सालों में हमने करीब 6.5 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की है…हम उत्तरी भारत में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने में लगे हुए हैं।’’
भाषा राजेश राजेश पाण्डेय
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