चेन्नई, 24 जून (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने मंगलवार को इस बात पर अफसोस जताया कि केंद्र सरकार तमिल और अन्य दक्षिण भारतीय भाषाओं के लिए ‘मगरमच्छ के आंसू बहाती है’, जबकि उसने संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए बड़ा आवंटन किया है।
मुख्यमंत्री ने पिछले दशक के दौरान संस्कृत के प्रचार-प्रसार के लिए 2,532.59 करोड़ रुपये आवंटित किए जाने के दावे संबंधी मीडिया खबर का हवाला देते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘संस्कृत को करोड़ों रुपये मिलते हैं; तमिल और अन्य दक्षिण भारतीय भाषाओं को मगरमच्छ के आंसुओं के सिवाए कुछ नहीं मिलता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दिखावटी लगाव तमिल के लिए और सारा धन संस्कृत के लिए।’’
भाषा यासिर माधव
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