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Wednesday, June 25, 2025

हिंदू धर्म स्थलों के साथ खिलवाड़ कर रही है भाजपा सरकार : अजय राय

Newsहिंदू धर्म स्थलों के साथ खिलवाड़ कर रही है भाजपा सरकार : अजय राय

लखनऊ, 24 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर हिंदू धार्मिक स्थलों के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि वाराणसी के मूल स्वरूप को बर्बाद करने के बाद भाजपा की नजर वृंदावन की कुंज गलियों और विंध्यवासिनी देवी मंदिर पर है।

राय ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”हिंदुत्व के नाम पर आयी भाजपा सरकार लगातार हिंदू धर्म स्थलों के साथ खिलवाड़ कर रही है। दुनिया में जितने भी प्राचीन शहर हैं, सबने अपना स्वरूप बचाकर रखा है। वह चाहे मिस्र हो या वेनिस। सिर्फ भाजपा सरकार पुराने सांस्कृतिक तथा धार्मिक स्थलों को नष्ट कर रही है।”

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ”पहले वाराणसी के मूल स्वरूप को बर्बाद किया गया। वहां काशी विश्वनाथ कॉरीडोर के नाम पर सैकड़ों शिवलिंग और मंदिरों को तोड़ा गया, वट वृक्ष काट दिया गया। फिर अयोध्या में अधूरे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई और अब दोबारा प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है, जो कभी नहीं होता था।”

राय ने कहा, ”अब भाजपा की नजर मां विंध्यवासिनी के मंदिर पर है। उसके बाद वे वृंदावन की कुंज गलियों को भी खत्म कर देना चाहते हैं। ये सभी ईश्वर से जुड़े आस्था के स्थान हैं जिनको भाजपा सरकार पर्यटन स्थल या पिकनिक स्पॉट में बदल रही है।”

उन्होंने बताया, ”वृंदावन के तीर्थ पुरोहित सोहनलाल मिश्र का परिवार और उनका समाज 500 वर्षों से बिहारी जी की सेवा कर रहा है। सरकार अपने मकसद को पूरा करने के लिये इन लोगों पर दबाव डाल रही है। ये लोग आज अपनी पीड़ा लेकर यहां आए हैं। हम वृंदावन के लोगों के साथ पूरी ताकत के साथ खड़े रहेंगे।”

राय के साथ संवाददाता सम्मेलन में मौजूद सोहनलाल मिश्र ने कहा, ”जो अत्याचार औरंगजेब के जमाने में नहीं हुआ, वह वर्तमान सरकार कर रही है। ठाकुर जी के मंदिर से 285 परिवार जुड़े हैं। उनके घर तथा छोटे-छोटे मंदिर तोड़े जा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन द्वारा लोगों को धमकाया जा रहा है।”

वृंदावन से आए दीपक पराशर ने कहा कि वृंदावन की गलियां ही उसका मूल स्वभाव हैं। उन्होंने कहा कि बांके बिहारी मंदिर के पास 1000 मीटर से ज्यादा जगह खाली पड़ी है, इसे मंदिर में जोड़कर वृंदावन को नष्ट किए बिना व्यवस्था बनाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए 150 मंदिर तोड़ने की क्या जरूरत है।

भाषा सलीम अमित

अमित

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