नयी दिल्ली, 24 जून (भाषा) सरकार ने चीन से आयातित छह उत्पादों पर इस महीने डंपिंग-रोधी शुल्क लगाया है। घरेलू कंपनियों को चीन से सस्ते दाम पर आयातित उत्पादों से संरक्षण देने के लिए यह कदम उठाया गया है।
ये शुल्क पेडा (खरपतवार नाशक), एसीटोनिट्राइल (दवा क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाला रसायन), विटामिन-ए पामिटेट, अघुलनशील सल्फर, सजावटी कागज और टर्टिएयरी बुटाक्साइड पर लगाया गया है।
राजस्व विभाग के केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड ने इस बारे में अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी की हैं।
विभाग ने कहा कि इन रसायनों के आयात पर डंपिंग-रोधी शुल्क पांच वर्ष के लिए लगाया गया है।
वाणिज्य मंत्रालय की इकाई व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) की सिफारिशों के बाद यह शुल्क लगाया गया है। चीन, रूस और ताइवान से आयातित पेडा पर शुल्क 1,305.6 से 2017.9 डॉलर प्रति टन होगा जबकि एसीटोनिट्राइल पर 481 डॉलर प्रति टन तक का शुल्क लगाया गया है।
इसी तरह सरकार ने चीन, यूरोपीय संघ और स्विट्जरलैंड से आयातित विटामिन-ए पामिटेट पर 20.87 अमेरिकी डॉलर प्रति किलोग्राम तक का शुल्क लगाया है। टायर उद्योग में इस्तेमाल होने वाले अघुलनशील सल्फर के आयात पर 358 अमेरिकी डॉलर प्रति टन तक का शुल्क लगाया है। इसका आयात मुख्य रूप से चीन और जापान से होता है।
पोटैशियम टर्टिएरी बुटाक्साइड पर 1,710 डॉलर प्रति टन का अतिरिक्त आयात शुल्क लगाया गया है। वहीं सजावटी कागज पर 542 डॉलर प्रति टन का डंपिंग-रोधी शुल्क लगाया गया है।
डंपिंग रोधी शुल्क विभिन्न देशों द्वारा अपने देश के उद्योगों को सस्ते आयात से संरक्षण के लिए लगाया जाता है। इस शुल्क का उद्देश्य निष्पक्ष व्यापार व्यवहार सुनिश्चित करना और विदेशी उत्पादकों एवं निर्यातकों के मुकाबले घरेलू कंपनियों को समान अवसर उपलब्ध कराना है।
भाषा अजय अजय पाण्डेय
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