गुवाहाटी, 24 जून (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को धुबरी जिले के चिरकुटा चारुवा बकरा में 3,400 मेगावाट के ताप विद्युत संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रस्तावित स्थल का दौरा किया।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि शर्मा ने बिलासीपारा सह-जिले के अंतर्गत 3,300 बीघा में फैले स्थल का निरीक्षण किया और राज्य की आगामी बिजली उत्पादन परियोजना के लिए इसकी व्यवहार्यता का आकलन किया, जो राज्य की बिजली मांग को पूरा करने और बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने दौरे के दौरान स्थल के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की तथा क्षेत्र में बसे कुछ निवासियों से बातचीत की। शर्मा ने प्रभावित लोगों को सरकारी प्रावधानों के अनुसार पुनर्वास राशि देने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि असम की ऊर्जा मांग में उल्लेखनीय वृद्धि होने का अनुमान है, जो 2030 तक अनुमानतः 5,000 मेगावाट तथा 2035 तक 7,000 मेगावाट तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार असम को ताप विद्युत उत्पादन का क्षेत्रीय केन्द्र बनाने के लिए सक्रियता से काम कर रही है।
शर्मा ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने मई में असम ताप विद्युत उत्पादन परियोजना प्रोत्साहन नीति 2025 को मंजूरी दी थी, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रस्तावित स्थल पर 3,400 मेगावाट का ताप विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा और परियोजना के लिए शीघ्र ही निविदा जारी की जाएगी।
पहले इस संयंत्र को कोकराझार जिले में स्थापित करने की योजना थी, लेकिन लोगों के एक वर्ग द्वारा यह आरोप लगाए जाने के बाद कि सरकार आदिवासियों की जमीन छीनने की कोशिश कर रही है, जिले में संयंत्र स्थापित करने की योजना स्थगित कर दी गई।
भाषा धीरज सुरेश
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