मुंबई, 24 जून (भाषा) महाराष्ट्र के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने मंगलवार को कहा कि एकात्म मानववाद की अवधारणा समेत भारतीय दर्शन जल्द ही पूरे राज्य में विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा।
पाटिल ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘प्रत्येक विश्वविद्यालय अब अपने पाठ्यक्रम में एकात्म मानववाद को शामिल करेगा। छात्रों को तब तक अकादमिक ‘क्रेडिट’ नहीं मिलेगा, जब तक वे इस विषय को पूरा नहीं कर लेते।’’
उल्लेखनीय है कि एकात्म मानववाद की अवधारणा जनसंघ के नेता दीनदयाल उपाध्याय ने प्रतिपादित की थी।
पाटिल ने कहा कि ‘दर्शन आधारित कार्यों’ के कारण 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं। उन्होंने कहा कि देश में करीब 80 करोड़ लोग राशन की दुकानों से खाद्यान्न प्राप्त करते हैं और वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाखों लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है। भाजपा नेता ने कहा कि यह उपाध्याय का सपना था।
मंत्री ने कहा कि देश को ‘औपनिवेशिक मानसिकता और गुलाम मानसिकता’ को त्यागने की जरूरत है।
भाषा आशीष अविनाश
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