नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस डिफेंस को जर्मनी की अग्रणी रक्षा और गोला-बारूद विनिर्माता राइनमेटल वैफे म्यूनिशन जीएमबीएच से 600 करोड़ रुपये का निर्यात ऑर्डर मिला है।
कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा कि अत्याधुनिक गोला-बारूद क्षेत्र में यह अबतक का सबसे बड़ा ऑर्डर है।
बयान में कहा गया है कि यह ऑर्डर रिलायंस डिफेंस की वैश्विक रक्षा और गोला-बारूद आपूर्ति शृंखला में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने की रणनीति में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिसमें यूरोप पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
यह दीर्घकालिक सहयोग के लिए दोनों पक्षों की आपसी प्रतिबद्धता और स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करके ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ (भारत में विनिर्माण करो) पहल को आगे बढ़ाने पर प्रकाश डालता है।
रिलायंस डिफेंस का लक्ष्य देश के शीर्ष तीन रक्षा निर्यातकों में शामिल होना है।
राइनमेटल एजी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आर्मिन पैपरगर ने कहा, “यह रणनीतिक साझेदारी…प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व में भारत के साथ भागीदारी करने की हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
रिलायंस समूह के संस्थापक चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा कि यह साझेदारी भारत में अत्याधुनिक क्षमताएं लाएगी और देश के निजी रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के लिए एक निर्णायक मील का पत्थर साबित होगी।
रिलायंस डिफेंस महत्वाकांक्षी धीरूभाई अंबानी डिफेंस सिटी (डीएडीसी) पहल के तहत विस्फोटक, गोला-बारूद और छोटे हथियारों के विनिर्माण के लिए एक एकीकृत सुविधा स्थापित करेगी।
डीएडीसी का विकास महाराष्ट्र के रत्नागिरी के ‘वाटड औद्योगिक क्षेत्र’ में किया जा रहा है। यह भारत में किसी भी निजी कंपनी द्वारा शुरू की गई रक्षा क्षेत्र की सबसे बड़ी नई परियोजना बनने जा रही है।
भाषा अनुराग अजय
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