नयी दिल्ली/भुवनेश्वर, 25 जून (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने बुधवार को कहा कि उसने ओडिशा के रायगड़ा जिले में अंतरजातीय विवाह करने वाली एक महिला के परिवार के सामाजिक बहिष्कार की रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार को नोटिस जारी किया।
आयोग की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘ऐसी रिपोर्ट मिली है कि गांव वालों ने मांग की है कि यदि महिला का परिवार समुदाय में वापस आना चाहता है तो उसे ‘शुद्धिकरण अनुष्ठान’ कराना होगा।’’
आयोग ने कहा कि अनुष्ठान से इनकार करने पर महिला एवं उसके परिजनों को ‘अनिश्चितकालीन बहिष्कार’ की धमकी भी दी गयी है।
एनएचआरसी ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है, जिसमें कहा गया था कि ओडिशा के रायगड़ा जिले में अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय की एक महिला के अनुसूचित जाति (एससी) के व्यक्ति से विवाह के बाद उसके परिवार का ग्रामीणों द्वारा सामाजिक बहिष्कार किया गया।
आयोग ने पाया है कि यदि समाचार रिपोर्ट तथ्यपरक है, तो यह पीड़ितों के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है।
आयोग ने ओडिशा सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
बयान में कहा गया है, ‘‘21 जून को प्रसारित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिला के परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर ग्रामीणों के आदेश के आगे घुटने टेक दिए और अनुष्ठान के तौर पर उसके परिवार के 40 सदस्यों के सिर मुंडवा दिए गए।’’
भाषा सुरेश रंजन
रंजन