जयपुर, 25 जून (भाषा) राजस्थान में कांग्रेस ने आपातकाल की बरसी को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने के लिए बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि राज्य खुद एक ‘‘अघोषित आपातकाल’’ में फंस गया है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, ‘‘वे 1975 के आपातकाल पर विलाप करते हैं असली आपातकाल राजस्थान में दिख रहा है। बढ़ते अपराध, बेरोजगारी, जर्जर सड़कें, जलभराव और किसान संकट- आपातकाल तो यह है। राज्य सरकार इसको लेकर क्या कर रही है?’’
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘देश में अघोषित आपातकाल लगाने वाले आज 50 साल पुराने आपातकाल पर चर्चा कर रहे हैं। जिन्होंने 55 साल तक अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया वे आज तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। जिनका आजादी की लड़ाई और संविधान निर्माण में योगदान शून्य रहा हो वो आज संविधान को बदलने की बात करते रहे हैं।’’
जूली के अनुसार, ‘‘भाजपा ने जो-जो बातें कहीं, वे जुमले ही साबित हुए और अब ये नया जुमला लेकर आये हैं कि आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने को ‘काला दिवस’ के रूप में मनायेंगे। बल्कि सच्चाई तो यह है कि भाजपा कांग्रेस की ‘‘संविधान बचाओ’’ यात्रा और रैलियों से घबराकर आज आपातकाल के 50 सालों की बात कर रही है।’’
विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक रफीक खान ने आपातकाल को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने पर भाजपा के नैतिक आधार पर सवाल उठाया।
खान ने आरोप लगाया, ‘‘क्या ये सच नहीं है कि संघ प्रमुख बालासाहेब देवरस ने 1975 में इंदिरा गांधी को पत्र लिखकर उच्चतम न्यायालय के फैसले पर उन्हें बधाई दी थी? भाजपा बताये, ये आपातकाल विरोध था या सत्ता से नजदीकी?’’
उदयपुर में एक फ्रांसीसी महिला से दुष्कर्म सहित अन्य घटनाओं की ओर इशारा करते हुए खान ने पोस्ट कर कहा, ‘‘राजस्थान आफत में है, कानून व्यवस्था सांसत में है, और भाजपा सरकार 50 साल पुराने ‘संवैधानिक आपातकाल’ पर संगोष्ठी कर रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन इन 11 वर्षों से देश में जो ‘अघोषित इमरजेंसी’ लगी है, जनता तो आज उस पर बात करना चाहती है।’’
भाषा पृथ्वी खारी
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