नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (सीआईपी) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र की स्थापना के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दे दी। इसके लिए 111.5 करोड़ रुपये का वित्तीय समर्थन दिया जाएगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस निवेश का मुख्य उद्देश्य आलू तथा शकरकंद की उत्पादकता, कटाई के बाद प्रबंधन एवं मूल्य संवर्धन में सुधार करके खाद्य तथा पोषण सुरक्षा, किसानों की आय और रोजगार सृजन को बढ़ाना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि उनकी सरकार किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस फैसले से आलू उत्पादकों को लाभ होगा।
आलू क्षेत्र में उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, परिवहन, विपणन और मूल्य श्रृंखला में महत्वपूर्ण रोजगार अवसर पैदा करने की क्षमता है।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, आलू के क्षेत्र में अपार संभावनाओं का पता लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (सीआईपी) का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र उत्तर प्रदेश के आगरा के सिंगना में स्थापित किया जा रहा है।
भारत आलू के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है।
वैष्णव ने बताया कि क्षेत्रीय केंद्र में अनुसंधान बीज उत्पादन, कीट प्रबंधन, टिकाऊ उत्पादन और किसानों के प्रशिक्षण पर केंद्रित होगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले ही अनुसंधान केंद्र के लिए 10 एकड़ जमीन आवंटित कर दी है।
पेरू के लीमा स्थित मुख्यालय वाला अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (सीआईपी) आलू, शकरकंद और ‘एंडियन’ जड़ों (देशी तथा पारंपरिक जड़ वाली फसल) एवं कंदों के शोध एवं विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
अजय