नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) भारतीय प्रौद्योगिकी स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में कुल वित्तपोषण 2025 की पहली छमाही में सालाना आधार पर 25 प्रतिशत घटकर 4.88 अरब डॉलर रह गया है। आंकड़ा आसूचना कंपनी ट्रैक्सन ने बुधवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
भारतीय प्रौद्योगिकी स्टार्टअप ने एक साल पहले की समान अवधि में 6.4 अरब डॉलर का निवेश जुटाया था।
गिरावट के बावजूद, प्रौद्योगिकी स्टार्टअप कंपनियों द्वारा प्राप्त निवेश के मामले में भारत वैश्विक स्तर पर तीसरे स्थान पर रहा।
रिपोर्ट के अनुसार, “भारतीय प्रौद्योगिकी स्टार्टअप ने 2025 की पहली छमाही में 4.8 अरब डॉलर जुटाए, जो 2024 की पहली छमाही के 6.4 अरब डॉलर से 25 प्रतिशत कम है और 2024 की दूसरी छमाही के 5.9 अरब डॉलर से 19 प्रतिशत कम है। गिरावट के बावजूद, भारत वैश्विक स्तर पर प्रौद्योगिकी स्टार्टअप को वित्तपोषण में जर्मनी और इजराइल से आगे और अमेरिका एवं ब्रिटेन से पीछे तीसरे स्थान पर है।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तपोषण में गिरावट के बावजूद, 2025 की पहली छमाही में वित्तपोषण के 10 करोड़ डॉलर से अधिक के पांच चरण देखे गए, जबकि पिछले साल की दूसरी छमाही में ऐसे नौ चरण और पिछले साल की पहली छमाही में 10 चरण थे।
भाषा अनुराग अजय
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