नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को ‘प्रगति’ की 48वीं बैठक में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता का एक सशक्त प्रमाण बताया।
केंद्र की ‘प्रगति’ पहल का उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों को एकीकृत करके सक्रिय शासन और समय पर कार्यान्वयन को बढ़ावा देना है।
एक बयान में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री ने विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के अनुकरणीय कार्यों की समीक्षा की।’’
उन्होंने इन पहल की रणनीतिक महत्ता और रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में नवाचार को बढ़ावा देने की उनकी क्षमता की सराहना की।
बयान में कहा गया कि पहल की व्यापक प्रासंगिकता को रेखांकित करते हुए उन्होंने स्वदेशी हथियार, साजो सामान के साथ क्रियान्वित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का हवाला दिया, जो रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता का एक सशक्त प्रमाण है।
उन्होंने खान, रेलवे और जल संसाधन क्षेत्रों में परियोजनाओं की समीक्षा की। आर्थिक विकास और जन कल्याण के लिए महत्वपूर्ण इन परियोजनाओं की समीक्षा समयसीमा, अंतर-एजेंसी समन्वय और समस्या समाधान पर ध्यान केंद्रित करते हुए की गई।
प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (पीएम-एबीएचआईएम) की समीक्षा के दौरान, उन्होंने सभी राज्यों से आकांक्षी जिलों के साथ-साथ दूरदराज, आदिवासी और सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देते हुए स्वास्थ्य अवसंरचना के विकास में तेजी लाने का आग्रह किया।
भाषा आशीष अविनाश
अविनाश